Edited By Priyanka rana,Updated: 24 May, 2019 08:53 AM
मेरी सफलता का श्रेय चंडीगढ़ में पांच साल में मेरे द्वारा किए गए काम के साथ-साथ पार्टी लीडरशिप को जाता है।
चंडीगढ़(राय) : मेरी सफलता का श्रेय चंडीगढ़ में पांच साल में मेरे द्वारा किए गए काम के साथ-साथ पार्टी लीडरशिप को जाता है। यह बात चुनाव जीतने के बाद किरण खेर ने मीडिया से बातचीत में कही। उन्होंने पार्टी हाईकमान का आभार जताते कहा कि पांच साल के दौरान जो विकास कार्य उन्होंने करवाए हैं उनके बल पर यहां की जनता ने फिर से उन्हें संसद में भेजने का काम किया है।
खेर ने स्वीकार किया कि उनकी जीत में मोदी लहर की भूमिका भी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के चंडीगढ़ दौरे में जिस तरह से चंडीगढ़ वासियों ने खुलकर समर्थन किया उससे वह जीत के प्रति आश्वस्त हो गई थीं। किरण खेर ने कहा कि दोबारा चुनाव जीतने के बाद पहले से चल रहे विकास कार्यों को पूरा करवाने के अलावा चंडीगढ़ वासियों के साथ किए गए वायदों को पहल के आधार पर पूरा करेंगे।
सलारिया बगैर रण जीतना मुश्किल था :
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अपने आवास पर पत्रकारवार्ता में किरण खेर ने जहां पार्टी के तमाम नेताओं व कार्यकर्ताओं का आभार जताया, वहीं खेर ने उनकी समूची चुनाव प्रचार मुहिम को अपने कंधों पर खींचने वाले पार्टी के युवा नेता सहदेव सलारिया का उल्लेख करते हुए कहा कि सहदेव सलारिया ने बिना किसी महत्वाकांक्षा के पिछले पांच साल से जहां उन्हें सहयोग किया है।
वहीं वह पिछले करीब छह माह से चंडीगढ़ में नुक्कड़ बैठकों का आयोजन करने, कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर लामबंद करने का काम कर रहे हैं। खेर ने कहा कि सहदेव सलारिया ने विपरीत परिस्थितियों में भी उनका व कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम किया है। खेर ने कहा कि अगर सलारिया का सहयोग न होता तो इस रण को जीत पाना उनके लिए मुश्किल था।
हार के बाद मायूस चेहरे :
कांग्रेस उम्मीदवार पवन बंसल ने कहा कि जनता के फैसले को मैं पूरी तरह से स्वीकार करता हूं। इसके साथ ही किरण खेर को भी मैं उनकी जीत के लिए बधाई देना चाहता हूं। हमारी हार और किरण खेर की जीत के कारण क्या रहे, इस पर अभी मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।
क्योंकि सुबह जब काऊंटिंग शुरू हुई तो मार्जन अधिक नहीं था लेकिन शाम होते-होते यह गैप काफी अधिक हो गया। इसलिए सभी कारणों की समीक्षा करनी होगी लेकिन अभी यह तय नहीं हो पाया है। इस बारे में मीटिंग कब होगी अभी यह दूर की बात है।