Edited By Ajesh K Dharwal,Updated: 09 May, 2021 08:07 PM
सरकारी मैडीकल कालेजों और अस्पतालों की बढ़ाई जाएगी क्षमता
चंडीगढ़, (बंसल): मुख्यमंत्री मनोहर लाल की वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गत शाम बैठक में यह रणनीति तय हुई कि अब सरकारी अस्पतालों की स्थिति को सुधारा जाए और ज्यादा से ज्यादा संसाधन मुहैया करवाए जाएं। सूत्रों अनुसार यह भी तय हुआ कि प्राइवेट की बजाय सरकारी अस्पतालों की ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि मरीजों का सही से इलाज हो सके। जब लोगों को पता लग जाएगा कि सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता ठीक है और परेशान नहीं होना पड़ेगा तो वह प्राइवेट की बजाय सरकार अस्पतालों में भर्ती होंगे। यह भी तय हुआ कि सरकारी मैडीकल कालेजों व अस्पतालों में बैड की क्षमता को भी बढ़ाया जाए।
जानकारी अनुसार पिछले वर्ष मई के पहले सप्ताह तक मैडीकल कालेजों में 2674 बैडों की व्यवस्था थी, जो अब बढ़कर 8777 हो गई है। सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में 9444 बैडों की व्यवस्था थी, जो अब बढ़कर 22429 हो गई है। सरकारी व गैर-सरकारी मैडीकल कालेजों तथा प्राइवेट व सरकारी अस्तपालों में 11712 ऑक्सीजन बैड, 4661 वैंटीलेटर/आई.सी.यू. बैड की व्यवस्था है। इनमें से 9224 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर तथा 4103 मरीज वैंटीलेटर/1 आई.सी.यू. में है।
सरकार को उम्मीद है कि ऑक्सीजन आपूॢत के लिए जिस तरह युद्ध स्तर पर काम हो रहा है ऐसे में हरियाणा में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता हो जाएगी। 4 ऑक्सीजन एक्सप्रैस रेल हरियाणा में 250 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर पहुंच रही है जिसमें में 2 पहुंच चुकी है और 2 ट्रेन कल तक पहुंच जाएगी।