Edited By bhavita joshi,Updated: 14 Jun, 2019 11:20 AM
शहर में लगातार बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या को लेकर शहरवासी चिंतित हैं पर नगर परिषद जीरकपुर नहीं।
जीरकपुर(गुरप्रीत): शहर में लगातार बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या को लेकर शहरवासी चिंतित हैं पर नगर परिषद जीरकपुर नहीं। ये कुत्ते अब खूंखार भी होते जा रहे हैं। अलग-अलग इलाकों में कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं, लेकिन नगर परिषद जीरकपुर के पास इसमें लगाम लगाने कोई भी योजना नहीं है। लोगों का कहना है कि शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले कुछ दिनों में ही करीब कई बच्चों व महिलाओं को कुत्ते काटकर घायल कर चुके हैं।
शाम को थोड़ा अंधेरा होने के बाद लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल होता है। अगर कोई बच्चा गली में अकेला जा रहा है तो कुत्ते उस पर झपट पड़ते हैं। गली मुहल्लों में खेलते बच्चे अक्सर इनके हमलों के शिकार हो रहे हैं। परंतु प्रशासन और सरकार की तरफ से आवारा कुत्तों के दिन दिन बढ़ रही दहशत की तरफ बिल्कुल ही ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों में कुत्तों की दहशत का माहौल बना हुआ है। आवारा कुत्तों के झूंडों की ओर से अक्सर बच्चों बुजुर्गों पर हमले कर नोच कर खाने की घटनाएं भी अक्सर समाचार में रहती हैं।
हर माह 35-40 लोग बनते हैं डॉग बाइट का शिकार
डॉग बाईट के शिकार 35 से 40 लोग ढकोली की डिस्पैंसरी में हर माह आते हैं। डिस्पैंसरी ढकोली के आंकड़ों के अनुसार हर माह इन सभी मरीजों को एंटी रेबीज का टीका लगाया जाता है। अस्पताल में 1 जून से आज तक डॉग बाईट के शिकार 15 मरीज पहुंच चुके हैं। प्राइवेट अस्पतालों से इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या इससे भी अधिक है। अब देखना होगा कि इन आवारा कुत्तों की दिनों दिन बढ़ रही दहशत से लोगों को प्रशासन कब निजात दिलाता है।
प्रस्ताव पेश किया जाएगा : ई.ओ.
ई.ओ. गिरिश वर्मा ने कहा कि आवारा कुत्तों की बढ़ रही संख्या पर काबू पाने के लिए होने जा रही आगामी मीटिंग में कुतों की नसबंदी करने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी सरकारी तौर पर कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही।