Edited By Priyanka rana,Updated: 17 Jan, 2019 11:18 AM
युवाओं को पहले अपने पैरों पर स्टैंड होना चाहिए। पढ़-लिखकर अपने आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहिए।
चंडीगढ़(रश्मि) : युवाओं को पहले अपने पैरों पर स्टैंड होना चाहिए। पढ़-लिखकर अपने आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहिए। फिर पॉलीटिक्स में घुसना चाहिए। पॉलीटिक्स में आप 45 वर्ष की आयु में भी जा सक ते हैं। आप अगले 20 वर्ष तक पॉलीटिक्स में रह सकते हैं। यह कहना है पूर्व यूनियन मंत्री मुनीष तिवारी का।
बुधवार को यूथ एवं पॉलीटिक्स पर विषय सैमीनार हुआ। स्टूडैंट्स काऊंसिल के ज्वाइंट सचिव विपुल अत्रे ने बताया कि स्टूडैंट पॅालीटिक्स को समझें। 19 वर्ष की आयु से पॅालीटिक्स से जुड़े मुनीष तिवारी ने जीवन के अनुभव स्टूडैंट के साथ सांझे किए। पी.यू. में ही उनका जन्म हुआ, उनके पिता हॉस्टल नंबर-3 के वार्डन थे। वह पॉलीटिक्स से कम उम्र में जुड़ गए थे, लेकिन 25 से 30 वर्ष की उम्र कैरियर बनाने की होती है। पॉलीटिक्स को आप मिशन बनाकर उससे जुडि़ए लेकिन कैरियर नहीं।
विदेश में नौकरी करना गलत नहीं है :
विदेशों में जाकर नौकरी करने पूर्व मंत्री तिवारी ने कहा कि जब सब कुछ ग्लोबली हो रहा है तो बाहर जाकर नौकरियां करने को गलत क्यों समझते हैं। देश से बाहर जाकर रहने वाले एन.आर.आई. अपने देश के लिए बहुत कु छ करते हैं।
भाजपा सरकार में कोई आर्थिक तरक्की नहीं हुई :
भाजपा सरकार में न तो इकोनॉमी ग्रोथ हुई, ना ही निवेश हुए और न ही किसी को नौकरी मिली है। उन्होंने कहा कि इतिहास को तोड़-मरोड़ को पेश करने से कुछ नहीं होता। एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि पंजाब इसलिए पिछड़ा, क्योंकि जब यहां इंडस्ट्री लग रही थी।
उस समय पंजाब के हालात ज्यादा खराब थे। इंडस्ट्रीज कर्नाटका व दक्षिण क्षेत्र में चली गई। शहर में पढ़ाई के अवसरों की कमी नहीं है। इंडस्ट्री की कमी है। इसी कारण युवाओं को नॉन एग्रीकल्चर नौकरियां नहीं मिल रही है। करतारपुर कोरीडोर का मकसद यह था कि जो श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब जाना चाहे वह आसानी सेे आ-जा सके। उन्हें ज्यादा कागजी कार्रवाई में न फंसना पड़े।