Edited By Priyanka rana,Updated: 23 May, 2019 08:37 AM
चंडीगढ़ रेलवे चाइल्ड लाइन और रेलवे प्रोटैक्शन फोर्स (आर.पी.एफ.) ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से एक 16 वर्षीय नाबालिग को रैस्क्यू किया गया।
चंडीगढ़(वैभव) : चंडीगढ़ रेलवे चाइल्ड लाइन और रेलवे प्रोटैक्शन फोर्स (आर.पी.एफ.) ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से एक 16 वर्षीय नाबालिग को रैस्क्यू किया गया। इस बच्ची को घर में सौतेली मां पीटती थी और पिता उसे अनदेखा करता था। घर से भागी यह बच्ची वापस नहीं जाना चाहती। बच्ची पंजाब के अबोहर की रहने वाली है।
चाइल्ड लाइन की प्रोजैक्ट डॉयरैक्टर डॉ संगीता ने बताया कि ट्रेन से उतरी नाबालिग से जब पूछताछ की गई तो लड़की ने कुछ नहीं बताया। बस यही कहा कि वह अपने किसी रिश्तेदार के यहां जा रही है। उसके पास आगे की ट्रेन की टिकट भी थी। उसके बाद उस नाबालिग को कस्टडी में लिया गया।
एक घंटे काऊंसलिंग के बाद बताया सच :
डॉ. संगीता ने बताया कि नाबालिगा की करीब 1 घंटे तक काउंसलिंग की गई। उसके बाद उसने बताया की वह अबोहर की रहने वाली है और सौतेली मां द्वारा पीटने से तंग आकर उसने घर से भागने का फैसला किया। नाबालिग ने यह भी बताया कि उसने इसकी शिकायत कई बार अपने पिता से भी की मगर उन्होंने भी नाबालिग को केवल अनदेखा किया और धुतकार ही मिली, जिससे वह टूट गई थी।
शादी के लिए भी करते थे जबरदस्ती :
नाबालिग ने बताया कि इसके अलावा वह उसकी शादी की बात भी करते थे जिसका वह हमेशा से ही विरोध करती आई थी। विरोध करने के बाद सौतली मां उसे बहुत पीटती थी। नाबालिग ने बताया कि उसकी उम्र अभी मात्र 16 वर्ष है और वह अभी शादी नहीें करना चाहती है। नाबालिग ने बताया कि घर से भागने की यह सबसे बड़ी वजह थी।
फैमिली के पास जाने से किया इन्कार :
संगीता ने बताया कि नाबालिग के अभिभावकों को कॉल करके इस बात सूचना दे गई है। वहीं नाबालिग अपने परिवार वालों के पास वापस नहीं जाना चाहती थी। नाबालिग के परिवार 2-3 दिन में यहां आएंगे, तब तक नाबालिग को चाइल्ड होम में ही रखा गया है।
उसे तभी परिवार के हवाले किया जाएगा जब यह सुनिश्चित हो जाए कि वह उसकी अभी शादी नहीं करेंगे और उसके साथ बद्दतर व्यवहार नहीं करेंगे। इसके अलावा परिवार वालों की भी काउंसलिंग की जाएगी।