वीरेंद्र मर्डर केस : परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उठाए सवाल, डी.सी.पी. आफिस में बेहोश हुई मां

Edited By ,Updated: 17 Mar, 2017 10:53 AM

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गांव सकेतड़ी के वीरेंद्र सिंह संधू मर्डर केस में मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए गए हैं।

पंचकूला (मुकेश): गांव सकेतड़ी के वीरेंद्र सिंह संधू मर्डर केस में मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए गए हैं। वीरवार दोपहर बेटे वीरेंद्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेकर बेबस मां दविंदर कौर कुछ अन्य परिजनों के साथ बस में सवार होकर जिला सचिवालय में डी.सी.पी. अनिल धवन से मिलने के लिए पहुंची। डी.सी.पी. ऑफिस के भीतर ही मां ने आपा खो दिया और सभी कातिलों को गिरफ्तार करने और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कहने लगी। जोर-जोर से बोलते ही वह बेहोश होने लगी तो कुछ परिजनों ने दविंदर कौर को उठाया और सचिवालय के बाहर खड़ी बस तक ले गए। बाहर जाते वक्त भी दविंदर कौर ऊपर भगवान की तरफ ऊंगली उठाकर कुछ कहने की कोशिश कर रही थी। वीरेंद्र के परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट डी.सी.पी. को दी। इसके बाद डी.सी.पी. ने उन्हें आश्वासन दिया कि सभी कातिलों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और केस में किसी भी तरह की ढील नहीं बरती जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद वीरेंद्र के परिजन वापस लौट गए। 

 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट: शॉक और चोटों की वजह से हैमरेज होने से हुई मौत
मृतक वीरेंद्र के परिजनों का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह शॉक और चोटों की वजह से हुई हैमरेज बताई गई है, लेकिन रिपोर्ट में कहीं पर भी इस बात के जिक्र नहीं किया गया कि वीरेंद्र के शरीर पर हथियारों से भी वार किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक वीरेंद्र के शरीर की कई मासपेशियां, हड्डियां और जोड़ भी टूटे हैं। परिजनों को ऐसा लगा कि कहीं इसी रिपोर्ट के आधार पर कत्ल के आरोपी बाद में बच न जाएं। 

 

सात आरोपी अभी तक पुलिस गिरफ्त से बाहर
वीरेंद्र हत्याकांड को तीन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, लेकिन पंचकूला पुलिस के हाथ अब तक सिर्फ तीन आरोपी मनमीत वडै़च उर्फ मोंटी, हरमन और त्रिलोक ही लगे हैं। बाकी सात आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने वह स्विफ्ट कार भी बरामद कर ली है, जिसमें आरोपी सवार होकर आए थे और वीरेंद्र को किडनैप करके ले गए थे। वारदात में इस्तेमाल एक अन्य आई-20 कार भी बरामद करनी बाकी है। हत्याकांड में अहम बात यह भी है कि पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन वारदात में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी नहीं हो पाई है। पुलिस ने एफ.आई.आर. में आम्र्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ रखी हैं। क्योंकि आरोपियों ने वीरेंद्र को किडनैप करने से पहले घर के बाहर गोलियां भी चलाई थीं। 

 

होली की रात हुई थी वारदात
रंजिश के चलते गांव सकेतड़ी में होली की रात एक युवक को पहले किडनैप किया गया और फिर बुरी तरह से उससे मारपीट की गई जिससे युवक का जान चली गई। आरोप के मुताबिक वीरेंद्र को पंचकूला नगर निगम के वार्ड नंबर-8 की पार्षद कुलजीत कौर वडैच के बेटे मनमीत वडैच उर्फ मोंटी, उसके रिश्तेदार हरमन समेत दस युवकों ने सकेतड़ी स्थित घर से पहले किडनैप किया और फिर कार से करीब डेढ़ किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए। इसके बाद चंडीगढ़ स्थित लेक की तरफ जाने वाली सड़क के बीच वीरेंद्र को छोड़ दिया गया फिर आरोपियों ने वीरेंद्र के सिर पर वार बुरे तरीके से वार कर उसे वहीं लहूलुहान छोड़ दिया। 

 

कार का पीछा करते हुए जब तक वीरेंद्र के परिजन मौके पर पहुंचे तब तक आरोपी फरार हो चुके थे। वीरेंद्र को परिजन पी.जी.आई. ले गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एम.डी.सी. थाना पुलिस ने मृतक के मामा के बेटे अवतार सिंह की शिकायत पर मनमीत वडैच उर्फ मोंटी और हरमन समेत दस आरोपियों के खिलाफ किडनैपिंग, आम्र्स एक्ट और मर्डर का धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। घटना से गुस्साए गांव वालों और मृतक के रिश्तेदारों ने मंगलवार को सुबह एम.डी.सी. रेलवे ओवरब्रिज के पास टी-प्वाइंट पर जाम लगा दिया था। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
 

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