Edited By Priyanka rana,Updated: 13 Feb, 2020 04:05 PM
चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा शहर में पानी की दरों में बढ़ौतरी को लेकर वाटर बॉयलाज से संबंधित लोगों से मांगे गए सुझाव व आपत्तियां दर्ज करने के अंतिम दिन शहर की अनेक वैलफेयर एसोसिएशनों एवं फैडरेशनों ने अपने सुझाव दिए व आपत्तियां दर्झ कराई।
चंडीगढ़(राय) : चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा शहर में पानी की दरों में बढ़ौतरी को लेकर वाटर बॉयलाज से संबंधित लोगों से मांगे गए सुझाव व आपत्तियां दर्ज करने के अंतिम दिन शहर की अनेक वैलफेयर एसोसिएशनों एवं फैडरेशनों ने अपने सुझाव दिए व आपत्तियां दर्झ कराई। अधिकतर एसोसिएशनों पानी दरों में बढ़ौतरी पर विरोध जताया है। इनमें से कुछ ने तो दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि एक तरफ नि:शुल्क पानी सप्लाई हो रहा है, जबकि निगम शहर के लोगों को पेय जल के भारी दाम जुटाने पर बाध्य करने पर जुटा हुआ है।
सैकेंड इनिंग के प्रधान आर.के. गर्ग ने अपने दर्ज किए सुझाव व आपत्ति में कहा कि वाटर बायलॉज में हैरान करने वाली बात है कि घरेलू पानी उपयोग करने पर भी लोगों को कॉमर्शियल से भी अधिक दरों का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि पानी के फ्लैट रेट और स्लैब में किए गए परिवर्तन को हटाना चाहिए। 21 किलो लीटर से 40 किलो लीटर पानी खपत करने पर 12 रुपए प्रति किलो लीटर फ्लैट रेट लगाने से आर्थिक रूप कमजोर वर्ग पर विपरीत असर पड़ेगा।
60 किलो लीटर पानी उपयोग करने पर 30 रुपए प्रति किलो लीटर में पानी बिलों का भुगतान करना पड़ेगा जो कॉमर्शियल रेट से भी ज्यादा है। पानी का कामर्शियल प्रति किलोलीटर रेट 25 रुपए ही है, जबकि घरेलू उपयोग करने पर 30 रुपए का चार्ज होगा। गर्ग ने पानी बिलों की रिकवरी पर भी कहा कि निगम की बिलों की रिकवरी को लेकर कठोर नीति नहीं है इसीलिए सरकारी, गैर-सरकारी और नीजि संस्थानों के पास करोड़ों का बकाया है।
फॉसवेक व अन्य ने ने भी जताया विरोध :
फॉसवेक के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू व अन्य पदाधिकारियों के साथ एम.सी. कमिश्नर के.के. यादव से मुलाकात कर पानी कीमतों में बढ़ौतरी संबंधित वाटर बॉयलाज का विरोध किया। बिट्टू ने कहा कि शहर से टैक्स के रूप में करोड़ों टैक्स के रूप में वसूली की जाती है।
फॉसवैक के चेयरमैन ने कहा कि पानी की कीमतों की बढ़ौतरी का फॉसवेक विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि शहर में कई प्रोजैक्ट लगाए गए हैं, जिसमें शहर की जनता की खून-पसीने की कमाई को बर्बाद कर दिया गया।
30 किलोलीटर पानी का इस्तेमाल करने पर 10 किलोलीटर तक फ्री होना चाहिए :
सिटी फोरम आफ रैजीडैंट्स वैल्फेयर आर्गेनाइजेशन के संयोजक विनोद वशिष्ठ ने दिए अपने सुझाव में कहा कि सैंट्रल ग्राऊंड वाटर आथोरिटी के अनुसार पीने और घरेलू उपयोग के लिए अनुमानित पानी की आवश्यकता 10 लाख से ऊपर आबादी वाले शहर के लिए प्रतिदिन 150 से 200 लीटर प्रति व्यक्ति है।
30 किलो लीटर तक पानी उपयोग करने वाले उपभोक्ता को 10 किलो लीटर तक पानी फ्री कर देना चाहिए। उन्होंने कहा बायलॉज में प्रति वर्ष पानी की दरों में 5 प्रतिशत बढ़ौतरी पर आपत्ति दर्ज की है। वशिष्ठ के अनुसार विभाग टैक्निकल और कमर्शियल सलाह के अनुसार ही पानी की कीमतों में बढ़ौतरी करे और बेवजह दरों में बढ़ौतरी न की जाए।