Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Jun, 2022 10:20 AM
हाथ मिलाकर मित्रता का अभिवादन करना एक पश्चिमी सभ्यता है । जो कि एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में विषाणु युक्त बीमारियों का आदान-प्रदान करती हैं । जब आप किसी से हाथ
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Is hand shake good: हाथ मिलाकर मित्रता का अभिवादन करना एक पश्चिमी सभ्यता है । जो कि एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में विषाणु युक्त बीमारियों का आदान-प्रदान करती हैं । जब आप किसी से हाथ मिलाते हैं तो आपको पता ही नहीं होता है कि उस व्यक्ति ने पेशाब या शौच करने के बाद हाथ साफ किये हैं या नहीं । बहुत से लोगों को नाक में उंगली डालने की आदत होती है और हाथ साफ नहीं करते हैं । बहुत से लोगों को जांघों में खुजली की बीमारी होती है या सिर में बहुत से विषाणु रहते हैं । वो हाथ साफ नहीं करते हैं । कई लोग तो एक सप्ताह में एक बार स्नान करते हैं । जिसके कारण ऐसे लोगों के हाथों में विषाणु चिपके रहते हैं ।
Are handshakes unhygienic: अब ऐसी स्थिति में आप उस आदमी से हाथ मिलाते हैं तो उसके नाखूनों में या हाथों मे जो कोरोना या हानिकारक बीमारियों के विषाणु होते हैं वो आपके अंदर प्रवेश कर जाते हैं तथा आप भी भयंकर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं इसलिए खुजली, चर्म रोग और छुआछूत की बीमारी विदेशी लोगों में बहुत पाई जाती है । कभी भी मित्रता में हाथ नहीं मिलाना चाहिए ।
What is the spiritual meaning of namaste: अब इसका दूसरा भारतीय पहलू भी है, जिसमें हाथ जोड़कर अभिवादन किया जाता है । इसमें जब आप अपने दोनों हाथों को जोड़कर अभिवादन करते हैं तो आपके हाथों की ऊर्जा एकाग्र होकर शरीर के आंतरिक चक्रों को ऊर्जावान कर देती है । अगर आप बार-बार हाथ जोड़कर अभिवादन करते हैं तो आपके शरीर में बार- बार ऊर्जा का संचार होता रहता है । इस प्रक्रिया में अभिवदान के साथ-साथ आपकी बीमारी भी ठीक होती है और शरीर के सभी चक्र ऊर्जावान रहते हैं । हिन्दू धर्म में बड़े लोगों के पैर छूकर प्रणाम करने की परंपरा है । जिससे छोटों का एनर्जी लेवल हाई रहता है इसलिए भारतीय सभ्यता व हिंदुत्व को अपनाएं ।
डॉ एच एस रावत ( हिन्दू धर्म उपदेशक )