Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Mar, 2019 11:36 AM
6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है। जो पूरे 9 दिन 14 अप्रैल तक रहेंगे। एक वर्ष में 4 बार नवरात्रि आते हैं, दो गुप्त नवरात्रि और दो मुख्य नवरात्रि। चैत्र में आने वाले नवरात्रि को बड़े या मुख्य नवरात्रि कहा जाता है और
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चैत्र नवरात्रि : 6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है। जो पूरे 9 दिन 14 अप्रैल तक रहेंगे। एक वर्ष में 4 बार नवरात्रि आते हैं, दो गुप्त नवरात्रि और दो मुख्य नवरात्रि। चैत्र में आने वाले नवरात्रि को बड़े या मुख्य नवरात्रि कहा जाता है और अश्विन माह में आने वाली नवरात्रि को छोटी नवरात्रि। इन नौ दिनों में बहुत सारे शुभ संयोग बनेंगे। ज्योतिष विद्वान कहते हैं 2019 के चैत्र नवरात्रि में 5 सर्वार्थ सिद्धि और 2 रवि योग बनेंगे। इन शुभ योगों के चलते नवदुर्गा की अराधना करना विशेष पुण्यदायक रहेगा। हिन्दू पंचांग की मान्यता के अनुसार चैत्र मास के नवरात्रि का पहला दिन नव वर्ष के रुप में मनाया जाता है। नवरात्र की पूजा का शुभ आरंभ मिथुन, कन्या, धनु तथा मीन लग्न में शुरु करना शुभ लाभ देगा क्योंकि ये द्विस्वभाव राशियां हैं।
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चैत्र नवरात्रि में बनेंगे 9 शुभ संयोग
6 अप्रैल- नवरात्रि के पहले दिन वैधृति योग और रेवती नक्षत्र में होगी घट स्थापना।
7 अप्रैल- नवरात्रि के दूसरे दिन बनेगा सर्वार्थ सिद्धि शुभ योग।
8 अप्रैल- नवरात्रि के तीसरे दिन बनेगा रवि योग।
9 अप्रैल- नवरात्रि के चौथे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
10 अप्रैल- नवरात्रि के पांचवें दिन लक्ष्मी पंचमी योग बनेगा।
11 अप्रैल- नवरात्रि के छठे दिन रवियोग रहेगा।
12 अप्रैल- नवरात्रि के सातवें दिन सर्वार्थसिद्धि योग है।
13 अप्रैल- नवरात्रि के आठवें दिन स्मार्त मतानुसार कंजक पूजन किया जाएगा।
14 अप्रैल- नवरात्रि के नौवें दिन रवि पुष्य नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग है। वैष्णव मतानुसार कंजक पूजन होगा।
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