Edited By Jyoti,Updated: 12 Nov, 2020 05:35 PM
आचार्य चाणक्य ने अपन नीति सूत्र में बहुत सी बातों के बारे में बताया है। प्रेम जीवन, दांपत्य जीवन, सफलता, गृगस्थी आदि। कहता जाता है इन्होंने कोई ऐसा विषय नहीं छोड़ा जो मानव जीवन में अहमियत रखता हो।
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आचार्य चाणक्य ने अपन नीति सूत्र में बहुत सी बातों के बारे में बताया है। प्रेम जीवन, दांपत्य जीवन, सफलता, गृगस्थी आदि। कहता जाता है इन्होंने कोई ऐसा विषय नहीं छोड़ा जो मानव जीवन में अहमियत रखता हो। इसलिए कहा जाता है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में किसी रूप से परेशान हो, उसे अपने जीवन में आचार्य चाणक्य की बातों पर अमल करना चाहिए। आज हम बात करने वाले हैं चाणक्य द्वारा बताई गई ऐसी ही बातों के बारे में जिसे जानना वाला व्यक्ति बहुत आसानी से सामने वाले व्यक्ति पर अपना प्रभाव छोड़ता है। चलिए जानते हैं क्या वो खास बातें-
अक्सर आप ने लोगों को कहते सुना होगा कि वो बहुत कोशिश के बाद भी दूसरों पर अपना प्रभाव नहीं डाल पाते। तो ऐसे में उन लोगों को आचार्य चाणक्य की आगे दी गई बातों पर अमल करना चाहिए। क्योंकि चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति अपने जीवन में किसी पर अपना अच्छा प्रभाव नहीं छोड़ पाता, वो कभी अपने जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर पाता। इसलिए हर किसी के ज़रूरी होता है कि अपने अंदर के इस गुण को विकसित करें।
कैसे जानें यहां-
विषय को समझें
चाणक्य की मानें तो जिस व्यक्ति की किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ नहीं होती, तो ऐसे लोग कभी जीवन में अपने आप से किसी को प्रभावित नहीं कर सकते। इसलिए अपना प्रभाव डालने के लिए सामने वालों की बातों और विषय कोअच्छे से समझना बेहद ज़रूरी होता है।
तथ्यों का रखें
चाणक्य कहते हैं कि जब भी किसी से बात करें तो ध्यान रेखें कि जिस भी विषय पर बात कर रहे हैं, उससे जुड़े सभी संबंधित सभी तथ्यों की जानकारी होना बहुत ज़रूरी होता है। क्योंकि आधी अधूरी जानकारी होने पर आप कभी सामने वाले व्यक्ति को अपने बातों से प्रभावित नहीं कर पाएंगे न ही वो आपको गंभीरता से लेगा।
सरल तरीके से कहें
जब भी किसी से किसी गंभीर विषय पर बात करें तो कोशिश करें सामने वाले को इस बारे में हमेशा सरल तरीके से समझाएं। चाणक्य का कहना है कि सबसे कठिन कार्य होता है सरल बात कहना और लिखना। ये गुण तभी आता है जब आपका चिंतन मौलिक होता है।
बनाएं ऐसा दृष्टि कोण
चाणक्य कहते हैं प्रत्येक व्यक्ति को सफलता केवल तभी मिलती है जब आप अपने कार्यों में कहीं न कहीं मानवतावादी दृष्टिकोण भी रखते हैं। कहा जाता है मानवतावादी दृष्टि कोण से हर कोई प्रभावित होता है तथा इसकी सराहना करता है।