Holi 2020: कोरोना वायरस का डर, स्वदेशी चीजों से गुलजार हुए बाजार

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Mar, 2020 10:19 AM

holi 2020

चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इस बार होली स्वदेशी होगी। बाजार से चाइनीज उत्पाद गायब हैं और स्वदेशी पिचकारियों, रंगों व गुब्बारों की भरमार है। आमतौर पर भारत में होली से एक

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

जालंधर (खुराना): चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इस बार होली स्वदेशी होगी। बाजार से चाइनीज उत्पाद गायब हैं और स्वदेशी पिचकारियों, रंगों व गुब्बारों की भरमार है। आमतौर पर भारत में होली से एक महीना पहले से ही चीनी आइटमों की भरमार होने लगती थी परंतु इस बार ज्यादातर देसी पिचकारियां नजर आ रही हैं। कारोबारी बता रहे हैं कि चीन में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए आयात पर रोक लगी हुई है। जिस कारण न माल आ रहा है और न ही नई आइटमें आ रही हैं।

PunjabKesari Holi 2020

अटारी बाजार स्थित होलसेल व्यापारी सचिन जग्गी बताते हैं कि होली के लिए आमतौर पर चीन से जनवरी में सामान आना शुरू होता है। इस बार दिसम्बर के मध्य में कोरोना वायरस फैलने की वजह से स्थिति और बिगड़ रही है। इस बार होली पर व्यापारी भी चीनी आइटमों से दूर भाग रहे हैं। इसकी वजह चीन में हजारों लोगों का कोरोना वायरस से संक्रमित होना भी है।

होली पर इसी समय चीन से सामान मंगाया जाता है। कोरोना वायरस की वजह से बीमारी फैलने से भारतीय बाजार के व्यापारी भी सकते में हैं क्योंकि उन्होंने कई महीने पहले ही होली पर इस्तेमाल होने वाली आइटमों पिचकारी व अन्य सामग्री आदि की बुकिंग करा दी थी। कारोबारियों ने इसका एडवांस भी दे दिया लेकिन वहां कोरोना वायरस की वजह से सब कुछ बदल गया है। एक कारोबारी ने बताया कि चाइनीज पिचकारी, स्प्रिंकलर, बैलून जैसे उत्पादों की मांग तो है परंतु बाजार में माल नहीं है।

PunjabKesari Holi 2020

इस बार थोड़ी महंगी होगी होली
बाजार में फैंसी आइटमें भी इस बार ज्यादातर स्वदेशी ही हैं। फिलहाल होली का जो स्टॉक व्यापारी मंगवा रहे हैं, उसमें अधिकांश उत्पाद मेड इन इंडिया हैं। हर बार त्यौहारों पर चाइनीज उत्पादों की भीड़ रहती है। भारत में बने उत्पादों के दाम पहले ही चाइनीज उत्पादों के मुकाबले अधिक होते हैं। चीन से आयात रुकने पर इस बार दाम में और इजाफा हुआ है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की फैक्टरियों में पिचकारी, कलर स्प्रे व रंग इत्यादि बनाने का काम होता है। इस बार होली लोगों की जेब पर कुछ भारी पड़ेगी। पिछले साल जो पिचकारी 35 रुपए में बिकी थी, वह इस बार करीब 50 रुपए की है। रंग और गुलाल के दामों पर कोई खास असर नहीं है। रंग-गुलाल की फैंसी आइटमें भी अब भारत में बनने लगी हैं, लेकिन फैंसी आइटमों में चाइनीज उत्पादों की बिक्री अधिक होती है। ऐसे में इनके दाम बढ़े हैं। बाजार में कुछ ही चाइनीज उत्पाद मौजूद हैं। इसमें गुब्बारों की आइटमें सबसे अधिक हैं। इनमें एक साथ कई गुब्बारों में पानी भरा जा सकता है। बाजार में कुछ चाइनीज स्प्रे भी मौजूद हैं। 

PunjabKesari Holi 2020

ईको फ्रैंडली रंगों की मांग अधिक 
होली की आइटमों की होलसेल कारोबार करने वाले सचिन जग्गी बताते हैं कि लोग पर्यावरण प्रति जागरूक होते जा रहे हैं इसलिए इस बार ईको फ्रैंडली तथा ऑर्गेनिक रंगों की मांग अधिक है। यह ऐसे रंग हैं जो यदि मुंह या आंख में चले भी जाएं तो उनका कोई नुक्सान नहीं होता। ये आइट में भी मेड इन इंडिया आ रही हैं। उन्होंने बताया कि होली का होलसेल बाजार तो गर्म है परंतु रिटेल में आइट में मार्च के पहले सप्ताह बिकनी शुरू होंगी। 

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!