Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Aug, 2019 11:54 AM
भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मध्यरात्रि 12 बजे हुआ था, जिस कारण विशेषकर जिस रात्रि मध्य अष्टमी का वास हो उसी दिन भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत पूजन होता है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मध्यरात्रि 12 बजे हुआ था, जिस कारण विशेषकर जिस रात्रि मध्य अष्टमी का वास हो उसी दिन भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत पूजन होता है।
भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म रोहिणी नक्षत्र से भी संबंंधित है लेकिन हर बार रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि मध्यरात्रि योग नहीं बनता। इस कारण विशेषकर मध्यरात्रि अष्टमी के योग में ही भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है।
बाल गोपाल का सुंदर रूप
भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर बाजार में पूजा का सामान खरीदने वाले भक्तों में हर वर्ष की तरह इस बार भी भारी उत्साह पाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जन्माष्टमी की धूम मची है।
देश-विदेश में बहुत सारे स्थानों पर 23 अगस्त को भी जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया। पंचांग मतभेद के कारण अन्य स्थानों पर आज जन्माष्टमी मनाई जा रही है। इस शुभ अवसर की देखें सुंदर झलकियां-
जन्माष्टमी के मौके पर खूबसूरती से सजाया गया झूला
झूला झूले रहे कन्हैया
बाल गोपाल के रूप में सजे बच्चे
जन्माष्टमी की धूम
कृष्ण बलराम की मनोहारी छवि