Chaitra Navratri 2020: देवी सिद्धीदात्री को Gift करें धवजा, रातोंरात बदलेगी किस्मत

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Apr, 2020 07:08 AM

maa siddhidatri chaitra navratri 2020

शास्त्रानुसार नवरात्र पूजन की नवमी पर देवी सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। देवी सिद्धिदात्री प्रसन्न होकर सम्पूर्ण जगत की रिद्धि सिद्धि अपने भक्तों को प्रदान करती हैं। देवी सिद्धिदात्री का स्वरूप परम सौम्य है,

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

शास्त्रानुसार नवरात्र पूजन की नवमी पर देवी सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। देवी सिद्धिदात्री प्रसन्न होकर सम्पूर्ण जगत की रिद्धि सिद्धि अपने भक्तों को प्रदान करती हैं। देवी सिद्धिदात्री का स्वरूप परम सौम्य है, शास्त्रों में देवी का स्वरुप चतुर्भुजी देवी के रूप में वर्णित किया गया है। देवी सिद्धिदात्री की ऊपरी दाईं भुजा में चक्र है जिससे ये सम्पूर्ण जगत का जीवनचक्र चल रहा है। नीचे वाली दाईं भुजा में गदा है जिससे ये दुष्टों का दलन करती हैं। देवी सिद्धिदात्री की ऊपरी बांईं भुजा में शंख है जिसकी ध्वनि से सम्पूर्ण जगत में धर्म का अस्तित्व व्याप्त है। नीचे वाली बांईं भुजा में कमल का फूल है जिससे से ये सम्पूर्ण जगत का पालन करती हैं। शास्त्रों में देवी सिद्धिदात्री को कमल आसन पर विराजमान बताया गया है। इनका वाहन सिंह है। इन्होंने रक्त वर्ण के वस्त्र पहने हुए हैं।

PunjabKesari maa Siddhidatri, Chaitra Navratri 2020

शास्त्रानुसार भगवान शंकर ने इन्हीं की कृपा से सिधियों को प्राप्त किया था तथा इन्हीं के द्वारा भगवान शंकर को अर्धनारीश्वर रूप प्राप्त हुआ।

दोपहर को अभिजीत मुहूर्त में ईशान मुखी होकर पूजा घर में लाल रंग का कपड़ा बिछाएं तथा कपड़े पर गेहूं की ढेरी बिछाएं। पूजा में  लाल कंबल के आसान का उपयोग करें। गेहूं की ढेरी पर देवी सिद्धीदात्री का चित्र स्थापित करें। हाथ में जल लेकर संकल्प करें तथा हाथ जोड़कर देवी का ध्यान करें।

ध्यान: स्वर्णावर्णा निर्वाणचक्रस्थितां नवम् दुर्गा त्रिनेत्राम्। शख, चक्र, गदा, पदम, धरां सिद्धीदात्री भजेम्॥

PunjabKesari maa Siddhidatri, Chaitra Navratri 2020

तत्पश्चात शुद्ध घी का दीपक करें। गुगल धूप करें। देवी पर लाल फूल चढ़ाएं। इन्हें गुड़ व सूजी से बने हलवे का भोग लगाएं। श्रृंगार में इन्हें केसर अर्पित करें। फलाहार में केले का भोग लगाएं तथा आवश्यक रूप से तुलसी मंजरी अर्पित करें तत्पश्चात बाएं हाथ में साबुत सुपारी लेकर दाएं हाथ से तुलसी की माला से देवी के मंत्र का जाप करें। सुख-समृद्धि और सफलता के लिए देवी पर ध्वजा अवश्य चढ़ाएं।

मंत्र: ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं स्त्रीं सिद्धीदात्री देव्यै नमः।।

जाप पूरा होने के बाद साबुत सुपारी लाल कपड़े मे बांधकर अपने शयनकक्ष में छुपाकर रख दें। सिद्धीदात्री कृपा से अलौकिक सिद्धियों की प्राप्ति होती है। मनुष्य को अर्थ, कर्म, काम, मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।

 

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!