Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 May, 2024 12:25 PM
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हर साल ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नारद जयंती मनाई जाती है। इस दिन ब्रह्मर्षि नारद का जन्म हुआ था। नारद जी को प्रथम पत्रकार भी माना जाता है क्योंकि यह तीनों लोकों में सूचना पहुंचाने का काम करते थे।
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Narad Jayanti 2024: हर साल ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नारद जयंती मनाई जाती है। इस दिन ब्रह्मर्षि नारद का जन्म हुआ था। नारद जी को प्रथम पत्रकार भी माना जाता है क्योंकि यह तीनों लोकों में सूचना पहुंचाने का काम करते थे। इस बार नारद जयंती आज 24 मई, शुक्रवार के दिन है। मान्यता है कि इस दिन नारद जी की पूजा करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि और शुद्धता की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं नारद जयंती के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में-
Narada Jayanti 2024 Date and Shubh Muhurta नारद जयंती 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 23 मई को शाम 07 बजकर 22 मिनट से होगी और इसका समापन 24 मई को शाम 07 बजकर 24 मिनट पर होगा। ऐसे में नारद जयंती 24 मई को मनाई जाएगी।
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Importance of Narad Jayanti नारद जयंती का महत्व
हर साल ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नारद जयंती मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन नारद जी की पूजा करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि और शुद्धता की प्राप्ति होती है और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। नारद जयंती के शुभ और पावन अवसर पर श्रीकृष्ण के किसी भी मंदिर में जाकर उनको बांसुरी अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
Method of worship of Narada Jayanti नारद जयंती पूजा विधि
नारद जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद अपने घर के मंदिर की साफ-सफाई करें।
स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें और अपने इष्ट देवी-देवता का ध्यान करें।
अब एक चौकी पर एक कपड़ा बिछाकर नारद जी की मूर्ति स्थापित करें।
इसके बाद दीपक और धूप-बत्ती जलाकर पूजा-अर्चना करें।
फिर नारद जी को फल और मिठाई का भोग लगाएं।
अंत में जीवन में सुख-शांति के लिए प्रार्थना करें और परिवार के लोगों को प्रसाद वितरित करें।
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