Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Feb, 2024 07:12 AM
हिंदू धर्म में हर चीज को पूजनीय माना जाता है। चाहे फिर वो कोई नदी हो या कोई पेड़। नदियों को मां का दर्जा दिया जाता है। गंगा, यमुना, नर्मदा और गोदावरी
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Narmada Jayanti 2024: हिंदू धर्म में हर चीज को पूजनीय माना जाता है। चाहे फिर वो कोई नदी हो या कोई पेड़। नदियों को मां का दर्जा दिया जाता है। गंगा, यमुना, नर्मदा और गोदावरी बहुत सी नदियां अपने आप में ही काफी महत्व रखती हैं। इन्हीं में से एक है नर्मदा नदी। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को नर्मदा जयंती मनाई जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां नर्मदा का अवतर हुआ था। इसी के साथ आपको बता दें कि मां नर्मदा को रेवा के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार जितनी पूजनीय और पवित्र मां गंगा हैं, उतना ही पुण्य नर्मदा नदी में स्नान करने से प्राप्त होता है। मध्यप्रदेश में नर्मदा जयंती के पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। तो चलिए जानते हैं कब मनाई जाएगी नर्मदा जयंती और जानते हैं इसका शुभ मुहूर्त।
Narmada Jayanti auspicious time नर्मदा जयंती शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 15 फरवरी 2024 को सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और 16 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार नर्मदा जयंती 16 फरवरी को मनाई जाएगी।
What is the importance of Narmada Jayanti नर्मदा जयंती का क्या महत्व
शास्त्रों के मुताबिक नर्मदा जयंती के इस पावन दिन पर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसा करने से व्यक्ति का जीवन हमेशा खुशनुमा बना रहता है और जातक का जीवन सुख-समृद्धि से भरा रहता है। वहीं इसी के साथ जो व्यक्ति इस दिन इस नदी में डुबकी लगाता है उस व्यक्ति के जीवन के सारे पाप कट जाते हैं। मध्य प्रदेश के अमरकंटक नामक स्थान से नर्मदा नदी का उद्गम होता है। इस वजह से ये स्थान पूजा-पाठ के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
This is how Narmada Jayanti is celebrated इस तरह मनाई जाती है नर्मदा जयंती
इस दिन साधक सुबह-सुबह नर्मदा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं और मां से सुख-समृद्धि की कामना करते हैं और नदी में फूल, दीपक, हल्दी, कुमकुम आदि अर्पित करते हैं। इस दिन नदी के तट पर गेहूं के आटे का दीपक जलाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
Mantra: ओम नर्मदायै नमः
इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति का जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहता है।
इस दिन जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, दवाईयों इत्यादि का दान अवश्य करना चाहिए।