Edited By Jyoti,Updated: 03 Mar, 2019 11:04 AM
हिंदू पंचांग के अनुसार आज 03 मार्च, रविवार का दिन तिथि द्वादशी तिथि है। ज्योतिष के अनुसार इस दिन तिथि के स्वामी भगवान विष्णु के हैं। इसी के साथ आज रवि प्रदोष व्रत भी है। शास्त्रों में इस प्रदोष व्रत की बहुत महिमा बताई गई है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
हिंदू पंचांग के अनुसार आज 03 मार्च, रविवार का दिन तिथि द्वादशी तिथि है। ज्योतिष के अनुसार इस दिन तिथि के स्वामी भगवान विष्णु के हैं। इसी के साथ आज रवि प्रदोष व्रत भी है। शास्त्रों में इस प्रदोष व्रत की बहुत महिमा बताई गई है। बता दें क्योंकि ये व्रत रविवार के दिन पड़ रहा है इसलिए इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस बार ये व्रत महाशिवरात्रि से एक दिन पहल है इसलिए इस व्रत का महत्व और ज्यादा बढ़ता है। शास्त्रों की मानें तो इस व्रत को करने वाले जातक की हर इच्छा पूरी होती है। तो यहां जानें कुछ ऐसे उपाय जिन्हें अपनाने से जीवन के समस्त रोग दोष शोक कलह क्लेश हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं। पंडित कमल नंदलाल से अपना आज का राशिफल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
भगवान शिव की पूजा से होंगे रोग दूर-
इस दिन सूर्य उदय होने से पहले उठें, नहा धोकर साफ़ हल्के सफ़ेद या गुलाबी कपड़े पहनकर सूर्य देव को तांबे के लोटे में शक्कर मिले जल से अर्घ्य दें।
भगवान शिव के मंत्र ॐ नमः शिवाय का जितना हो सके मन ही मन जाप करें और हो सके तो निराहार रहें।
शाम के समय भगवान शंकर को पंचामृत (दूध दही घी शहद और शक्कर) से स्नान करवाएं। फिर शुद्ध जल से स्नान कराकर रोली मौली चावल धूप दीप से पूजन करें।
इसके अलावा आसन पर बैठकर 108 बार नमः शिवाय मंत्र का और 5 बार शिवपंचाक्षरी स्तोत्र का पाठ करें।
भोग में भगवान शंकर को साबुत चावल की खीर और फल अर्पित करें।
Mahashivratri 2019 : जानें, महाशिवरात्रि का शुभ मुहुर्त और व्रत कथा (VIDEO)