Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Jan, 2022 07:56 AM
शनिवार को जब भी प्रदोष आता है तो उस दिन को शनि प्रदोष कहा जाता है। प्रदोष व्रत करने से आपको भगवान शंकर की कृपा मिलती है। भगवान शिव जो की शनि देव के आराध्य हैं। इनकी पूजा
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Shani Trayodashi 2022- शनिवार को जब भी प्रदोष आता है तो उस दिन को शनि प्रदोष कहा जाता है। प्रदोष व्रत करने से आपको भगवान शंकर की कृपा मिलती है। भगवान शिव जो की शनि देव के आराध्य हैं। इनकी पूजा और भक्ति आपको शनि के प्रकोप से भी बचाती है। आज के दिन शिव जी की महिमा का गुणगान करने से भोलेनाथ और शनि दोनों को खुश किया जा सकता है। शनि जी अपने आराध्य के भक्तों का कभी अनिष्ट नहीं करते हैं। तो शनि प्रदोष का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है। आइए जानें, कैसे कुछ उपायों को करने से शनि के गुरु भगवान शिव आपकी डूबती नैय्या लगाएंगे पार-
What should we do on Shani Trayodashi
भगवान शिव को चांदी के सर्प चढ़ाने से आपको शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
आज के दिन किसी जरूरतमंद को चप्पल का दान करना आपको जीवन में आने वाली दिक्कतों से बचाता है।
प्रदोष के दिन शिव महिमा सुनना व इसे दूसरों को सुनाने से आप पर भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
संध्या के समय शिव स्तोत्र पड़ने से घर में लक्ष्मी और सुख का वास होता है।
किसी अपाहिज की सहायता करने पर शनि अपना अशुभ प्रभाव छोड़ देते हैं।
घर के पश्चिम की दिशा में महामृत्युंजय मंत्र को स्थापित करने से आपके घर पर गुरु और चेले दोनों की कृपा बनी रहती है।
नीलम
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