Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Oct, 2020 09:57 AM
आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 29 अक्टूबर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 2 होता है, जिनके स्वामी चंद्र देव हैं। मूलांक 2 वाले जातक बहुत ही सादे स्वभाव वाले व ईमानदार होते हैं।
Today's Birthday Prediction: आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 29 अक्टूबर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 2 होता है, जिनके स्वामी चंद्र देव हैं। मूलांक 2 वाले जातक बहुत ही सादे स्वभाव वाले व ईमानदार होते हैं। इनका हृदय बहुत ही कोमल होता है। ये लोग कभी किसी को दुख व तकलीफ नहीं दे सकते। इन लोगों के हृदय के साथ-साथ चेहरे पर भी सुंदर आकर्षण होता है। मूलांक 2 वाले जातक दूसरों के गलत व्यवहार से जल्दी आहत हो जाते हैं। ये छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा लेते हैं। ये लोग जल्दी से किसी को किसी बात के लिए न नहीं कह पाते, जिसके कारण इन्हें बहुत बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन लोगों की शिक्षा व एकाग्रता उत्तम होती है।
आज जिन जातकों का जन्मदिन है, इस वर्ष यात्राएं बनी रहेंगी। माता की सेहत का ख्याल रखें। खर्चों पर अंकुश रखें अन्यथा नकदी धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। नवम्बर के महीने में दुर्घटना के योग बनते हैं, सतर्कता बरतें। दिसम्बर के माह में सरकारी काम बन सकते हैं। हालांकि अभी कोई नया काम शुरू न करें। वर्ष 2021 की शुरुआत में जनवरी के माह में कारोबार सम्बन्धी यात्रा करनी पड़ सकती है। कोई भी निर्णय सोच- समझकर लें। आपके स्वभाव में जिद बढ़ सकती है। फरवरी के माह में संतान को लेकर मन परेशान हो सकता है। हालांकि मार्च से परिस्थितियों में सुधार आएगा। मनोबल में वृद्धि होगी। घर के बड़ों की सलाह से कोई नया काम शुरू किया जा सकता है। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अप्रैल के माह में यदि व्यापार में साझेदारी करते हैं तो सब देख परख कर करें। मई का समय विद्यार्थियों के लिए उत्तम है। पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ेगी। मन लगाकर अध्ययन करें, सफलता प्राप्ति के योग बनते हैं। जून के माह का समय सावधानी से बिताएं। व्यापार में लेन-देन में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। जुलाई व अगस्त का समय विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ है। सितम्बर के माह में आप किसी धार्मिक यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। अक्टूबर के माह में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। किसी गलत संगत से बचें।
उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए सूर्य को जल दें।
गायत्री मंत्र का जाप करें।
बुजुर्गों व गुरुजनों का सम्मान करें।
चांदी के पात्र में जल पिएं।
कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं।
शनि मंदिर जाकर अपनी गलतियों की क्षमायाचना करें।
पीला रुमाल अपने पास रखें।
आचार्य लोकेश धमीजा
वेबसाइट– www.goas.org.in