Edited By Jyoti,Updated: 06 Oct, 2019 02:33 PM
नवरात्रों के 9 दिनों से जुड़े ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय आदि बताए गए हैं। जिनके बारे में कहा जाता है कि अगर इन उपायों को निष्ठा से किया जाए तो माता दुर्गा की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
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नवरात्रों के 9 दिनों से जुड़े ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय आदि बताए गए हैं। जिनके बारे में कहा जाता है कि अगर इन उपायों को निष्ठा से किया जाए तो माता दुर्गा की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। मगर क्या आपको पता है कि इनमें से कुछ उपाय ऐसे भी कुछ उपाय होते हैं जिनका उल्लेख वास्तु शास्त्र में किया गया है। आज शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन हम आपको वास्तु शास्त्र में और ज्योतिष शास्त्र के कुछ ऐसे ही विशेष उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें अगर आज के आज ही कर लिया जाए आपकी किस्मत चमक सकती है और दुर्भाग्य हमेशा के लिए आपका साथ छोड़ देगा।
नवरात्रि में नवदुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। मां दुर्गा के सभी 9 स्वरूपों की पूजा की अपनी-अपनी महत्ता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 6 सितंबर यानि आज नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन देवी महागौरी की पूजा होती है। बता दें महागौरी मां दुर्गा की 8वीं शक्ति हैं। धार्मिका मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए मां गौरी ने कठोर तप की थी। तप के कारण इनका शरीर काला पड़ गया था। तप से प्रसन्न होकर जब भगवान शिव ने इन्हें दर्शन दिए तो, उनकी कृपा से इनका शरीर अत्यंत गोरा हो गया और इनका नाम गौरी हो गया।
यहां जानें इस दिन किए जाने वाले खास उपाय-
अष्टमी की रात 12 बजे के उपरांत अपने घर के मुख्य दरवाजे पर शुद्ध घी का दीपक जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से हमेशा-हमेशा के लिए दुर्भाग्य दूर हो जाता है।
दु्र्गा मंदिर में जाकर माता को 8 कमल के फूल अर्पित करें।
घर में सुख शांति के लिए अष्टमी या पूरे नवरात्रि के और अगर इन दोनों समय करना तिथि को करना मुमकिन न हो तो नवमी के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें या किसी योग्य पंडित से दुर्गा सप्तशती का पाठ करवाएं।
अष्टमी तिथि को किसी कुंवारी ब्राह्मण कन्या को उसके पसंद के कपड़े दिलवाएं। इसके अलवा उसे कुछ उपहार भी दें।
अष्टमी तिथि को 9 कन्याओं को अपने घर बुलाकर भोजन करवाएं। ध्यान रहे कि कन्याओं की 11 वर्ष से अधिक न हो।
अष्टमी तिथि को 11 सुहागिन महिलाओं को लाल चूड़ी और सिंदूर दें, धन-लाभ के योग बनेंगे।