Edited By Jyoti,Updated: 08 Mar, 2022 12:16 PM
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भारत ही नहीं बल्कि विश्व की महिलाओं के लिए खास है। ये महिलाओं के प्रति एक श्रद्धाभाव को ही नहीं जगाता बल्कि देश के विकास में उनके योगदान को भी बताता है। ये दिवस तब खास बन
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भारत ही नहीं बल्कि विश्व की महिलाओं के लिए खास है। ये महिलाओं के प्रति एक श्रद्धाभाव को ही नहीं जगाता बल्कि देश के विकास में उनके योगदान को भी बताता है। ये दिवस तब खास बन जाता है जब महिला द्वारा ही दूसरी महिला के योगदान को तवज्जो दी जाती है। ऐसा ही आज यानी 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नेशनल मॉडर्न ऑर्ट गैलरी (एनजीएमए) में देखने को मिलेगा। जहां करीब 75 मीटर स्क्रॉल पेंटिंग महिला कलाकारों द्वारा तैयार की गई है, इसके लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन भी एनजीएगए द्वारा किया गया था।
बता दें कि इस स्क्रॉल पर महिला कलाकारों द्वारा उन महिलाओं की पेंटिंग बनाई गई है, जिन्होंने देश को तरक्की व प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त करने के लिए अपना जीवन लगा दिया। इस स्क्रॉल पेंटिंग को कई राज्यों से आई महिला कलाकार एक साथ तैयार कर रही है, जिसे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी आज एनजीएमए के परिसर में प्रदर्शित किया जा रहा है। कार्यशाला का शुभारंभ 5 मार्च को किया जा चुका है, जिसमें 75 महिला कलाकार पेंटिंग बना रही हैं। इस दौरान रोजाना एनजीएमए के महानिदेशक अद्वैत चरन गडनायक महिला कलाकारों से पेंटिंग के बारे में भी चर्चा करते रहे हैं। मालूम हो कि एनजीएमए द्वारा 26 जनवरी को देश के गुमनाम नायकों पर स्क्रॉल पेंटिंग का प्रदर्शन राजपथ पर भी किया जा चुका है।
गुमनाम महिला स्वतंत्रता सेनानी होगी केंद्र बिंदू : गडनायक
एनजीएमए के महानिदेशक अद्वैत चरन गडनायक ने कहा कि एक साथ मिलकर पेंटिंग करना है। महिला दिवस पर प्रदर्शित की जाने वाली स्क्रॉल पेंटिंग का केंद्र बिंदू गुमनाम महिला स्वतंत्रता सेनानी हैं जैसे मातंगिनी हाजरा, रानी अबक्का, झलकारी बाई, गुलाब कौर इत्यादि हैं। इसके अलावा लता मंगेशकर, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू इत्यादि के चित्र भी स्क्रॉल पेंटिंग की शोभा बढ़ाएंगे।