Edited By Riya bawa,Updated: 10 Oct, 2019 10:33 AM
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ...
नई दिल्ली(पुष्पेंद्र मिश्र): भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के करीब 500 छात्रों को इस साल हॉस्टल सुविधा आईआईटी कैंपस से बाहर मुहैया कराई गई है। जिस पर हमने आईआईटी डायरेक्टर प्रो. वी राम गोपाल राव से बात की। उन्होंने जवाब में बताया कि ईडब्ल्यूएस कोटे के आ जाने से 12.5 फीसद अतिरिक्त छात्रों को आईआईटी ने इस वर्ष दाखिला दिया है जिनकी संख्या तकरीबन 250-300 तक है। वैसे तो आईआईटी में हर साल 2 से 3 हजार तक छात्रों का दाखिला होता ही है। इसलिए हमने तकरीबन 500 छात्रों को आईआईटी कैम्पस के पास ही हॉस्टल सुविधा कोहो के जरिए दिलाई है। जिसके लिए आईआईटी ने कोहो से अनुबंध किया है।
छात्रों के लिए गांव में रहना होगा हितकर: प्रो. राव ने कहा कि संस्थान ने गांवों के सरपंचों से बात कर छात्रों के लिए बेहतर परिवेश वाली जगहों को तय कर लिया गया है। जोकि अगले वर्ष हमें जरूरत के समय उपलब्ध होंगी। छात्रों को गांव में रखने के पीछे आईआईटी का ये भी मत है कि बहुत सारे छात्र सामाजिक समस्याओं पर शोध, रिसर्च कर रहे हैं।
गांव में रहने से उन्हें वहां की समस्याएं बेहतर तरीके से समझने में मदद भी मिलेगी। प्रो. राव ने कहा कि आईआईटी ने इस वर्ष करीब 500 छात्रों को कैम्पस के पास बसे बेर सराय, कटवारिया सराय, जिया सराय गांवों में रखा है ताकि ये छात्र पैदल आईआईटी कैम्पस आ सकें। उन्होंने कहा कि इन गांवों के सरपंचों से भी बात की है। ताकि अगले वर्ष तकरीबन 1500 छात्रों को इन गांवों में रखा जा सके। इस मामले में सरपंचों से बातचीत अंतिम चरण में है।