Edited By Riya bawa,Updated: 20 May, 2019 04:26 PM
शिक्षा निदेशालय के अनुसार चार जिलों...
नई दिल्ली: शिक्षा निदेशालय के अनुसार चार जिलों में ईडब्ल्यूएस दाखिले के स्टेटस को देखें तो पश्चिमी दिल्ली ‘बी’ जिले में 1484, नॉर्थ दिल्ली में 1348, नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली ‘बी’ में 817 और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 546 दाखिले पेंडिंग हैं। अगर देखा जाए तो 7500 मामलों में बच्चों ने स्कूल में रिपोर्ट नहीं की है। इसके अलावा तकरीबन 1000 बच्चों का दाखिला स्कूल द्वारा निरस्त हुआ है। निदेशालय ने कहा कि अगली सूची जारी करने से पहले वह इन आंकड़ों और स्कूलों में खाली बची सीटों का आंकड़ों को ध्यान में रखेगा। 27 मई को इस संदर्भ में अगली जानकारी दी जाएगी।
बता दें दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले, एमसीडी स्कूल्स और तकरीबन 1700 निजी व मान्यता प्राप्त स्कूलों में नर्सरी व उससे ऊपर की कक्षाओं में दाखिला प्रक्रिया फरवरी-मार्च से चल रही है जिसमें सैकड़ों अभिभावक स्कूल द्वारा दाखिला न लिए जाने की स्थिति में हाईकोर्ट गए हैं। हाल ही में दाखिला न मिलने से आजिज आकर करीब 40 अभिभावकों ने आने वाले हफ्ते में हाईकोर्ट जाने का फैसला किया है।
अभिभावक संघ ने कराए 100 दाखिले
अखिल भारतीय अभिभावक संघ अध्यक्ष अशोक अग्रवाल बताया कि दिल्ली में नर्सरी से लेकर ऊपर की कक्षाओं के 6-7 लाख बच्चे ओवर एज, दो बार फेल होने पर, बैंक अकाउंट न होने पर, जन्मप्रमाण पत्र न होने पर, निवास प्रमाण पत्र न होने पर, एसएलसी पर काउंटर साइन न होने पर या अन्य कारणों से स्कूलों से बाहर हैं। इसके लिए संघ ने 55 सदस्यों की एक कमेटी बनाकर मिशन एडमिशन चलाया था जिसमें 590 शिकायतें आईं। अभिभावक संघ की कोशिशों से तकरीबन 100 दाखिले हो गए हैं। इसके इतर हाईकोर्ट में 130 बच्चों का मामला आया इसी तरह के अन्य कई मामले आये। दिल्ली सरकार अगर दाखिले में पारदर्शी रवैया रखती तो लोग हाईकोर्ट का रुख नहीं करते।