Edited By pooja,Updated: 25 Feb, 2019 10:26 AM
दिल्ली सरकार के अधीन शिक्षा निदेशालय ने शाहदरा स्थित भोला नाथ नगर के बाबूराम सर्वोदय बाल विद्यालय में फैली अव्यवस्था को लेकर सख्त कदम उठाया। दरअसल, शिक्षा निदेशालय द्वारा स्कूल का औचक निरक्षण किया गया था।
दिल्ली सरकार के अधीन शिक्षा निदेशालय ने शाहदरा स्थित भोला नाथ नगर के बाबूराम सर्वोदय बाल विद्यालय में फैली अव्यवस्था को लेकर सख्त कदम उठाया। दरअसल, शिक्षा निदेशालय द्वारा स्कूल का औचक निरक्षण किया गया था।
निरक्षण के दौरान स्कूल में विभिन्न तरह की अनियमिताएं देखने को मिली। इसको देखते हुए निदेशालय ने स्कूल के प्रिसिपंल राम करण सिंह का ट्रांसफर कर दिया है। इसके अलावा पुस्तकालय अध्यक्ष ऋषि राज को निलंबित कर दिया गया है और वाइस प्रिंसिपल को कारण बताओं नोटिस दिया।
साथ ही निदेशालय ने पूर्वी दिल्ली के डीडीई से पर सख्त रवैया अपनाते हुए कहा है कि स्कूल में इतनी अव्यवस्था होने के बाद भी स्कूल के अधिकारी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया। साथ ही डीडीई से लिखित तौर पर इसका जवाब मांगा है।
निदेशालय द्वारा औचक निरक्षण की एक रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें स्कूल में फैली गंदगी और अव्यवस्था के बारे में बताया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार स्कूल के दीवारों पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के पोस्टर लगे हुए। साथ ही स्कूल दीवरों कई जगह पर टूटी पड़ी है। सबसे ज्यादा स्कूल के शौचालय हालत है।
शौचालय की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई थी, साथ ही टाइल्स और पॉट टूट हुए थे। आलम यह है कि प्राइमरी सेक्शन के छात्रों के लिए पर्याप्त डेस्क नहीं है। जिसकी वजह से छात्र जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे है।
पुस्तकालय की किताब फांक रही है धूल
स्कूल के अंदर एक पुस्तकालय बनाई गई है, जोकि धूल फांक रही है। पुस्तकालय में लगभग नौ हजार किताबें हैं। क्योंकि पुस्तकालय में लाइट की समस्या है। साथ ही पुस्तकालय में लगा अग्नि शमन यंत्र की तिथि समाप्त हो चुकी है। हैरान करने वाली बात यह है कि स्कूल द्वारा किताब जारी करने का कोई रिकॉर्ड नहीं बनाया गया है। साथ ही स्कूल के टाइम टेबल से लाइब्रेरी का पीरियद गायब है।
स्कूल में नहीं है खेल उपकरण
कहने को स्कूल में छात्रों की संख्या को देखते हुए तीन पीईटी पद और दो पीजीटी पद पर अध्यापक कार्यरत हैं। इसके बाद भी स्कूल के छात्र किसी भी तरह के प्रतियोगिता में भाग नहीं लेते है। साथ ही कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं किया गया है। इसके अलावा स्कूल में कार्यरत पीईटी के अध्यापक ने घर के कपड़े पहनकर स्कूल आ गए थे।