Edited By Sonia Goswami,Updated: 11 Sep, 2018 01:44 PM
अध्यापकों की कमी के कारण जिले के एडिड स्कूल बंद करने तक की नौबत आ गई है। पिछले वर्ष तीन स्कूल बंद कर दिए गए। कई स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक बचा है। सरकार की अनदेखी से इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य भी खतरे में रहा है।
जालंधरः अध्यापकों की कमी के कारण जिले के एडिड स्कूल बंद करने तक की नौबत आ गई है। पिछले वर्ष तीन स्कूल बंद कर दिए गए। कई स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक बचा है। सरकार की अनदेखी से इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य भी खतरे में रहा है। सरकार ने एक वर्ष पहले नई नोटिफिकेशन जारी कर स्कूलों में टीचर भर्ती करने की बात कही थी।
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक शिक्षकों की भर्ती करने का तैयार नहीं है। दरअसल, नोटिफिकेशन के मुताबिक मैनेजमेंट कमेटियों को खर्च का 70:30 का अनुपात रखना पड़ रहा है, जिसके लिए वे तैयार नहीं हैं। काफी साल पहले तक यह अनुपात 95:5 था। यानी 95 फीसदी ग्रांट सरकार देती थी, जबकि पांच फीसदी स्कूल मैनेजमेंट कमेटियां देती थी। अब सरकार मात्र 70 फीसदी ग्रांट दे रही है। तीस फीसदी स्कूल मैनेजमेंट को देना है। इस कारण कमेटियां शिक्षकों की भर्ती नहीं कर रही हैं।