Edited By Sonia Goswami,Updated: 01 Dec, 2018 10:31 AM
हिस्ट्री में प्राचीन मानव संस्कृति, पुरानी सभ्यता, खंडहरों, उनकी गतिविधियों, प्राचीन सिक्के, बर्तन, चमड़े की किताबें, भोजपत्र पर लिखित पुस्तकें, शहरों के खंडहर या फिर पुराने किले, और हर प्रकार के प्राचीन अवशेष, वस्तुओं से जुड़े कई क्षेत्र में करियर...
नई दिल्लीः हिस्ट्री में प्राचीन मानव संस्कृति, पुरानी सभ्यता, खंडहरों, उनकी गतिविधियों, प्राचीन सिक्के, बर्तन, चमड़े की किताबें, भोजपत्र पर लिखित पुस्तकें, शहरों के खंडहर या फिर पुराने किले, और हर प्रकार के प्राचीन अवशेष, वस्तुओं से जुड़े कई क्षेत्र में करियर का ऑप्शन हैं। अगर ब्रॉड फिल्ड की बात करें तो ऑर्कियोलॉजिकल मॉन्यूमेंट्स, आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, कॉइन, सील, बीड, लिट्रेचर और नेचुरल फीचर्स के संरक्षण और प्रबंधन का कार्य भी हिस्ट्री से ही जुड़ा है। यही नहीं पांडुलिपियों, और अभिलेखों संरक्षित और संगृहीत करने जैसे काम भी इसी से जुड़े हैं।
MA के बाद करें ये कोर्स
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद एमफिल और पीएचडी भी की जा सकती है। इसके अलावा आर्कियोलॉजी, म्यूजियोलॉजी,आर्काइवल स्टडीज में डिप्लोमा और शॉर्ट-टर्म कोर्स भी किया जा सकता है। हिस्ट्री में करियर बनाने के लिए आप स्पेशल कोर्स भी कर सकते हैं। स्पेशलाइजेशन कोर्स जैसे आर्काइव्स मैनेजमेंट, हेरिटेज मैनेजमेंट करने के बाद आर्कियोलॉजिस्ट बनने की राह आसान होती है।