Edited By pooja,Updated: 04 Mar, 2019 01:13 PM
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में क्लिनिक्ल प्रयोगशाला का चलन काफी बढ़ गया है। कोई भी टेस्ट है तो क्लिनिक में होता है। मेडिकल लैब टेक्निशंस, डॉक्टर्स के निर्देश पर काम करते हैं।
नई दिल्ली: आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में क्लिनिक्ल प्रयोगशाला का चलन काफी बढ़ गया है। कोई भी टेस्ट है तो क्लिनिक में होता है। मेडिकल लैब टेक्निशंस, डॉक्टर्स के निर्देश पर काम करते हैं। उपकरणों के रख-रखाव और कई तरह के काम इनके जिम्मे होता है। मेडिकल लैब टेक्निशंस बॉडी फ्लूड्स, टीसू, ह्यूमन बॉडी का सेल काउंट,ब्लड टाइपिंग, केमिकल अनैलेसिस जैसे काम को करते हैं। इन्हें मेडिकल साइंस के साथ-साथ लैब सुरक्षा नियमों और जरूरतों के बारे में पूरी नॉलेज होती है।
मेडिकल लैब टेक्नॉलजिस्ट में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री एवं मास्टर्स के दौरान बेसिक फिजियॉलजी, बेसिक बायोकेमिस्ट्री एंड ब्लड बैंकिंग, एनाटमी ऐंड फिजियॉलजी, माइक्रोबॉयोलजी, पैथॉलजी, एनवारमेंट ऐंड बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नॉलजी और अस्पताल प्रशिक्षण की पढ़ाई जाती है।
कोर्स और योग्यता
मेडिकल लैब टेक्नॉलजिस्ट के लिए 12वीं पास होना जरूरी है। इस कोर्स की अवधि है एक साल। 12वीं में प्रमुख विषय के रूप में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (पीसीबी) या फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (पीसीएम) के साथ पास होना अनिवार्य है। यह प्रोग्राम कम्युनिटी कॉलेज, टेक्निक्ल स्कूल, वोकेशनल स्कूल या विश्वविद्यालय द्वारा भी कराया जाता है। अब इस कोर्स को स्किल डिवेलपमेंट के साथ भी जोड़ दिया गया है।
सैलरी
सामान्य तौर पर एक एमएलटी का वेतन 10 हजार से शुरू होता है, जबकि पैथोलॉजिस्ट को 30 हजार से 40 हजार तक सैलरी मिल जाती है।