Edited By Riya bawa,Updated: 14 Jul, 2019 02:31 PM
कहा जाता है मेहनत कभी भी बेकार नहीं जाती चाहे...
नई दिल्ली: कहा जाता है मेहनत कभी भी बेकार नहीं जाती चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं सफलता आवश्य मिलती है। एक ऐसा ही गुरुग्राम की निधि सिवाच ने कर दिखाया है। निधि ने सिविल सेवा परीक्षा साल 2018 में रैंक 83 हासिल की है। बता दें कि निधि के पिता ने शर्त रख दी थी कि अगर वे प्री या मेन्स किसी भी एग्जाम में फेल हो जाती हैं तो वे उनकी शादी करा देंगे लेकिन पिता की इस शर्त के सामने निधि ने हार नहीं मानी और आखिरकार उन्होंने अपने सपना पूरा कर लिया है।
पढ़ाई और जॉब
निधि ने साल 2015 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद में टैक महिंद्रा में नौकरी की थी।
बिना कोचिंग लिए की तैयारी
सुत्रों के मुताबिक निधि ने बिना कोचिंग के IAS एग्जाम की तैयारी की है।
पापा ने रख दी थी शर्त
निधि जब तैयारी कर रही थीं तो उनके पिता ने साफ कह दिया था कि अगर वे किसी भी एग्जाम में फेल हो जाती हैं तो उनकी शादी करा देंगे,हालांकि ऐसा नहीं था कि वे निधि के पढ़ाई के खिलाफ थे लेकिन सामाजिक दबाव के चलते वे चाहते थे कि बेटी की शादी करा देंगे।
एग्जाम में आई ये मुश्किलें
एग्जाम का अनुभव शेयर करते हुए निधि ने मीडिया को बताया कि, मेरा मेन्स का पहला एग्जाम था, मैं निबंध लिख रही थीं,मैंने आधे घंटे बॉडी सट्रक्चर बना लिया था और लिखने वाली थी. मैं एक पेज लिख चुकी थी, तभी जो मेरे पीछे बैठे थे उन्होंने गलती से पानी मेरी आंसर शीट में गिरा गया। मेरी पूरी आंसर शीट भीग गई थी, इस वजह से मेरे 15 से 20 मिनट खराब हो गए थे. मैं हार मारने वाली थी लेकिन फिर भी धैर्य से काम लिया, आज परिणाम सबके सामने हैंं।