Edited By pooja,Updated: 12 Feb, 2019 02:43 PM
राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने आज विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार स्कूली बच्चों को मिड डे मील योजना के तहत पारदर्शी तरीके से अच्छी गुणवत्ता
जयपुर: राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने आज विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार स्कूली बच्चों को मिड डे मील योजना के तहत पारदर्शी तरीके से अच्छी गुणवत्ता युक्त पोषाहार उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चत करेगी वहीं गत पांच वर्षों में इसमें गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर इसकी जांच कराई जाएगी।
डोटासरा ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों के इस संबन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और गत पांच वर्ष में मिड डे मिल योजना के तहत कोई गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर उसकी जांच कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि पोषाहार एफसीआई से डीएसओ द्वारा प्राप्त किए जाने के बाद विद्यालयों में भेजा जाता है और सरकार स्कूलों में अच्छी गुण्वत्ता युक्त पोषाहार उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेगी और पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता को और बढ़ाने के लिए बायोमेट्रिक्स के उपयोग का परीक्षण कराकर उस पर निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस समय स्कूलों में पोषाहार वितरण के लिए अलग से अधिकारी लगाने का कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है। इससे पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के मूल प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में मिड-डे-मील योजना के तहत कक्षा एक से आठ तक के 62.22 लाख नामांकित विद्यालयों में से उपस्थित विद्यालयों के लिए निर्धारित मापदण्डों के अनुसार गेहूं, चावल उपलध कराये जाने का प्रावधान है। उन्होंने इसका जिलेवार विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि मिड-डे-मील योजना के तहत गत पांच वर्षो में 3062.55 करोड रूपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने जिलेवार राशि का विवरण सदन में रखा।