Edited By pooja,Updated: 07 Sep, 2018 10:48 AM
छात्रों के एक संगठन ने गुरूवार को दावा किया कि भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) ने दक्षिणपंथी समूह के दबाव में आकर विवादित समूह कबीर कला मंच पर बनी डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग को रद्द कर दिया है।
पुणे: छात्रों के एक संगठन ने गुरूवार को दावा किया कि भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) ने दक्षिणपंथी समूह के दबाव में आकर विवादित समूह कबीर कला मंच पर बनी डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग को रद्द कर दिया है।
हालांकि, एफटीआईआई प्रशासन ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग उसके पास सेंसर बोर्ड का प्रमाणपत्र नहीं होने और इसके सार्वजनिक प्रसारण की पूर्वानुमति नहीं होने के कारण रद्द की गयी है।
सांस्कृतिक समूह, मंच के कुछ सदस्य माओवादियों के साथ कथित संबंधों को लेकर पुलिस की निगरानी में हैं। एफटीआईआई स्टूडेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि संस्थान के अंतिम वर्ष के छात्र हरिशंकर नचिमुतु द्वारा बनायी गयी डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग गुरूवार को होनी थी। लेकिन एफटीआईआई प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसे रद्द कर दिया। एसोसिएशन का आरोप है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के दबाव के कारण इसे रद्द किया गया। एबीवीपी ने आरोप से इनकार किया है। संगठन का कहना है कि हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है।