Edited By Riya bawa,Updated: 25 Jun, 2020 01:05 PM
देशभर के स्कूलों में बहुत समय के बाद पढ़ाई के स्ट्रक्चर में बदलाव होने जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा है कि स्कूली शिक्षा में बदलाव किया जा ...
नई दिल्ली: देशभर के स्कूलों में बहुत समय के बाद पढ़ाई के स्ट्रक्चर में बदलाव होने जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा है कि स्कूली शिक्षा में बदलाव किया जा रहा है और नई रूपरेखा का मसौदा दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। वहीं, नया पाठ्यक्रम अगले साल मार्च तक तैयार हो जाने की संभावना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘स्कूली शिक्षा के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार करने का काम शुरू हो चुका है।
एनसीईआरटी से उम्मीद की जाएगी कि वह नए पाठ्यक्रम के मुताबिक किताबों में जरूरी बदलाव करें। स्कूल एजुकेशन पर नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क यानी एनसीएफ पर अंतिम रिपोर्ट इस साल दिसंबर तक पेश कर दी जाएगी। इसके बाद जल्द से जल्द देशभर के स्कूलों की पढ़ाई में निर्धारित बदलाव कर दिए जाएंगे।
स्कूली शिक्षा के लिए इस प्रक्रिया की शुरुआत विषयों के विशेषज्ञ करेंगे और दिसंबर 2020 तक अंतरिम रिपोर्ट देंगे। नया पाठ्यक्रम मार्च 2021 तक तैयार होने की संभावना है, इसे देखते हुए नया नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क अगले साल मार्च से लागू होने की उम्मीद की जा रही है।''मंत्रालय ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) को निर्देश दिया है कि पाठ्यपुस्तकों में बदलाव करते हुए यह ध्यान रखा जाए कि तथ्यों के अलावा उसमें और कुछ न हो।
एनसीईआरटी की किताबों में अभी तक सिर्फ पांच बार, 1975, 1988, 2000 और 2005 में बदलाव हुआ है। नए पाठ्यक्रम के हिसाब से कक्षा एक से लेकर 12वीं तक की सभी पुस्तकों में बदलाव होंगे। इसके अलावा मंत्रालय ने एनसीईआरटी (NCERT) से कहा है कि वह ऐसे छात्रों के लिए पूरक पाठ्य सामग्री तैयार करे, जिनके पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है।