Edited By pooja,Updated: 11 Jun, 2018 03:04 PM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि एनसीईआरटी जो भी किताब और सेलेबस तैयार करे वह प्रो-इंडिया हो। संघ की इतिहास विंग ''अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना''
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि एनसीईआरटी जो भी किताब और सेलेबस तैयार करे वह प्रो-इंडिया हो। संघ की इतिहास विंग 'अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना' ने इस संबंध में प्रस्ताव पास कर इस दिशा में खुद भी काम करना शुरू किया है।
अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना की चिंतन बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई। संगठन की चिंतन बैठक तीन साल में एक बार होती है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होती है। चिंतन बैठक में तय किया गया कि सरकार को इसके लिए पत्र लिखा जाएगा कि एनसीईआरटी जो भी सिलेबस तैयार करे और उसके तहत जो भी किताबें आएं, वे प्रो- इंडिया हों।
इतिहास संकलन योजना के संगठन सचिव बालमुकुंद ने कहा कि इतिहास की किताबों में भारतीय नायकों को तवज्जो नहीं दी गई है। उनकी जगह पर मुगल, मुस्लिम और वायसरॉय का इतिहास पढ़ाया जाता है। हम सरकार को पत्र लिखेंगे कि स्वतंत्रता सेनानियों का और स्वाभिमान देने वाला इतिहास पढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे स्टूडेंट्स को अभी पंजाब का इतिहास, महाराजा रणजीत सिंह का इतिहास, दक्षिण के कृष्ण देव राय का इतिहास, असम के अहोम राजाओं का इतिहास नहीं पढ़ाया जाता है।