Edited By Riya bawa,Updated: 11 Aug, 2020 01:28 PM
सपने साकार करने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती, अगर सपने को पूरा करने का जज्बा और हौसला हो तो आसानी से ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है जो अब इंटर की पढ़ाई ...
नई दिल्ली- सपने साकार करने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती, अगर सपने को पूरा करने का जज्बा और हौसला हो तो आसानी से ऊंचाइयों पर पहुंचा जा सकता है। एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है जो अब इंटर की पढ़ाई करेंगे। बात कर रहे है 10वीं पास सूबे के झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की जिन्होंने 11वीं में एडमिशन ली है, अब इंटर की पढ़ाई करेंगे।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ अब मंत्री जी स्कूल में अपनी क्लासरूम की बेंच पर बैठकर पढ़ाई भी करते नजर आएंगे। बता दें कि शिक्षा मंत्री ने डुमरी विधानसभा क्षेत्र के नवाडीह स्थित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय में सोमवार को इंटरमीडिएट में दाखिला लिया। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो 53 साल की उम्र में फिर से पढ़ाई शुरू करेंगे।
जानिए क्या है कारण
मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि जब राज्य में शिक्षा मंत्री पद की शपथ दिलाई जा रही थी तब कुछ लोगों ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि 10वीं पास को शिक्षा मंत्री बनाया गया है, ऐसे में शिक्षा नीति कैसे बेहतर होगी, ये क्या करेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह सारा काम देखते हुए सब कुछ करेंगे। ‘क्लास भी करेंगे और साथ साथ मंत्रालय भी संभालेंगे। घर में किसानी का काम भी करेंगे, ताकि मेरे काम को देखकर अन्य लोग भी प्रेरित हों।
इस विरोध और मज़ाक का जवाब देने के लिए शिक्षा मंत्री ने कहा है कि मैं उन लोगों को बताना चाहता हूं कि हममें वो जोश और जज्बा है कि अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे। मंत्री ने कहा कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है, इसलिए हम पढ़ाई पूरी करेंगें।