Edited By Riya bawa,Updated: 29 Nov, 2019 12:38 PM
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के विद्यार्थियों ने वीरवार को कहा कि जब तक छात्रावास का...
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के विद्यार्थियों ने वीरवार को कहा कि जब तक छात्रावास का बढ़ा हुआ शुल्क और नई छात्रावास नियमावली वापस नहीं हो जाती है तब तक उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा। छात्रों ने कहा कि हम लगातार 1 माह से इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन नई छात्रावास नियमावली वापस नहीं की गई। जेएनयू छात्र संघ ने वीरवार को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक खंड पर एकत्रित होकर वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि विवि. के विद्यार्थी आज मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे जहां एचआरडी से विश्वविद्यालय का सुगम संचालन बहाल करने के लिए गठित एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशें सार्वजनिक करने की मांग की जाएगी।
विद्यार्थियों का कहना है कि उनके महीने भर के प्रदर्शन से उन्हें हुए अकादमिक नुकसान के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है और इसलिए सेमेस्टर बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कुलपति एम जगदीश कुमार को हटाने की भी मांग की। विद्यार्थियों का कहना है कि कुलपति विवि. को पूरी तरह से बर्बाद करना चाहता हैं और हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम एचआरडी मंत्रालय से मांग करते हैं कि कुलपति को जल्द से जल्द हटाया जाए।
छात्र संघ का कहना है कि हम 30 नवंबर को सभी विद्यार्थियों से बात करेंगे कि क्या यह आंदोलन आगे बढ़ाया जाए या नहीं क्योंकि इससे सभी का नुकसान हो रहा है। बता दें एचआरडी मंत्रालय ने विश्वविद्यालय के सामान्य कामकाज को बहाल करने के लिए जो तीन सदस्यीय एक समिति गठित की थी। उसने अपनी रिपोर्ट मंगलवार को ही मंत्रालय को सौंप दी थी। छात्र संघ का प्रदर्शन इस मांग के लिए हो रहा है कि रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए और छात्रावास शुल्क वृद्धि पूरी तरह से वापस ली जाए।