Edited By pooja,Updated: 11 Jun, 2018 04:53 PM
क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के सार्वजनिक वित्त-पोषित शिक्षा व्यवस्था को ढहाए जाने, शिक्षा के निजीकरण और
नई दिल्ली: क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के सार्वजनिक वित्त-पोषित शिक्षा व्यवस्था को ढहाए जाने, शिक्षा के निजीकरण और बाजारीकरण, हेफा, हीरा के खिलाफ और शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति, 200-पॉइंट रोस्टर लागू किये जाने इत्यादि मांगों के लिए संघर्ष का समर्थन किया है।
केवाईएस का कहना है कि मौजूदा स्थिति की गंभीरता को चिन्हित करने के लिए डूटा ने परीक्षा प्रतियों के मूल्यांकन का बहिष्कार करने का ऐलान किया था, मगर शिक्षक समुदाय की मांगों और उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों को गंभीरता से लेने की जगह उलटे डीयू प्रशासन ने शिक्षकों को बहिष्कार करने को लेकर धमकाना शुरू कर दिया है।