Edited By pooja,Updated: 20 Apr, 2018 09:29 AM
आज देश के कई छात्र विदेश में पढ़ाई करने जा रहे हैं। लेकिन अब सरकार ने एक नई पहल की है। अब विदेशी स्टूडेंट्स भारत आकर पढ़ाई करें। इसके लिए उनकी राह आसान करने पर भी काम चल रहा है।
नई दिल्ली : आज देश के कई छात्र विदेश में पढ़ाई करने जा रहे हैं। लेकिन अब सरकार ने एक नई पहल की है। अब विदेशी स्टूडेंट्स भारत आकर पढ़ाई करें। इसके लिए उनकी राह आसान करने पर भी काम चल रहा है।
हम विदेशी छात्रों का देश में तहेदिल से स्वागत करते हैं हम आह्वान करते हैं कि आप आएं और हमारे यहां अध्ययन करें। ये बातें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को इंडिया हैबीटेट सेंटर के स्टेन ऑडिटोरियम में स्टडी इन इडिया प्रोग्राम की लॉन्चिंग के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि विदेशी छात्रों में भारत में शिक्षा ग्रहण करने के मिशन को प्रमोट करने के लिए सरकार ने देशभर की 800 यूनिवर्सिटीज और 40 हजार से ज्यादा कॉलेजों में से विश्वस्तरीय शिक्षा देने वाले देश के सर्वोच्च 160 इंस्टीच्यूट्स को चुना है। हमारा मकसद है कि साल 2023 तक यह संख्या बढ़कर दो लाख हो जाए।
विदेश मंत्री ने कहा कि अभी भारत में दो विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी है एक-नालंदा जो कि ईस्ट एशिया समिट का हिस्सा है जिससे वहां ईस्ट एशिया के छात्रों की संख्या अधिक है। दूसरी साउथ एशियन यूनिवर्सिटी जो कि साउथ एशियन समिट का हिस्सा होने से वहां साउथ एशिया के छात्र अधिक संख्या में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
इसमें आईआईटी,आईआईएम और एनआईटी भी शामिल हैं। इंस्टिच्यूट की नैशनल रैकिंग भी बताई जाएगी। विदेशी स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप तो नहीं होगी लेकिन फीस माफी जैसा प्रावधान इंस्टिच्यूट अपने स्तर पर करेंगे। स्टूडेंट्स को आकर्षित करने के लिए भारत सरकार विदेश जाकर रोड शो करवाएगी। नीचे दिए तालिका में देखें किस दिन किस देश में होगा रोड शो...