Edited By Riya bawa,Updated: 05 May, 2020 11:08 AM
देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। इसके चलते रोजमर्रा की आधुनिक जीवनशैली में काफी बदलाव आ गए हैं। कोरोना के चलते लोगों ने घरो में और अपने आसपास को साफ ...
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। इसके चलते रोजमर्रा की आधुनिक जीवनशैली में काफी बदलाव आ गए हैं। कोरोना के चलते लोगों ने घरो में और अपने आसपास को साफ रखना शुरू कर दिया है। अधिकतर लोग अब मास्क पहन कर ही बाहर जाते है। कोरोना महामारी से लोगों को मास्क और हैंड सैनिटाइजर की महत्ता समझ आने लगी है।
कोरोनावायरस संक्रमण के चलते अब सर्कार की ओर से देश के कई राज्यों के स्कूलों में भी मास्क पहनना स्टूडेंट्स के लिए अनिवार्य हो सकता है। दरअसल, बीते दिन केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने एक बयान में कहा कि स्कूल जाने वाले बच्चों को राज्य में अगले शैक्षणिक सत्र में मास्क पहनना पड़ सकता है। उन्होंने आगे कहा कि कई देशों में स्कूलों में मास्क पहनना स्टूडेंट्स के लिए अहम नियम बन गया है।
मंत्री ने कहा, "ये एक अच्छा कल्चर है. हमें इसे केरल में भी अपनाना होगा, अगर स्कूल दोबारा खुलने तक कोविड-19 का खतरा रहता है। मास्क ने कोविड 19 के खतरे को कम करने में मदद की है. केरल इस बीमारी से जूझ रहा है और अच्छे रिजल्ट ला रहा है। गौरतलब है कि एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केरल के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टिया कर दी गई हैं और स्कूल मई के अंत तक बंद रहेंगे। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन स्कूल खोलने की नई तारीख और अकेडमिक कैलेंडर पर काम कर रहा है।