Edited By pooja,Updated: 05 Nov, 2018 10:33 AM
दिल्ली और आसपास के इलाकों के विद्यालयों ने वायु प्रदूषण की गंभीर होती स्थिति के मद्देनजर विद्याॢथयों की सुबह की प्रार्थना इमारत के अंदर करने, बाहर की गतिविधियों
नई दिल्ली : दिल्ली और आसपास के इलाकों के विद्यालयों ने वायु प्रदूषण की गंभीर होती स्थिति के मद्देनजर विद्याॢथयों की सुबह की प्रार्थना इमारत के अंदर करने, बाहर की गतिविधियों में उनके लिए ‘मॉस्क’ पहनना अनिवार्य करने और उन्हें करौदे बांटने जैसे कदम उठाये हैं। दिवाली के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता और भी खराब की संभावना है।
गुडग़ांव के हेरीटेज एक्सपेरीमेंटल लर्निंग स्कूल की प्राचार्य दीपा कुमार ने बताया कि हमारे यहां क्वालिटी फिल्टर्स की व्यवस्था है, जिससे सभी कक्षाओं में स्वच्छ और ताजा हवा आती है। एक पेशेवर टीम भी इसकी निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पीएम 2.5 (हवा में मौजूद 2. 5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के धूल कण) स्तर की निगरानी कर रहे हैं और उन्हें रिकॉर्ड कर रहे हैं। दिल्ली में पिछले करीब तीन हफ्ते से वायु की गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर स्तर के बीच है। रविवार को स्थिति में कुछ सुधार नजर आया लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली के बाद स्थिति बिगड़ सकती है।
मयूर विहार के एल्कॉन इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य अशोक पांडे ने कहा कि हम बच्चों की सुबह की प्रार्थना भवन के अंदर करा रहे हैं और अभिभावकों को अपने बच्चों को मॉस्क पहनाकर स्कूल भेजने की सलाह दी है। दिल्ली के पूसा रोड के स्प्रिंगडेल्स की प्राचार्य अमिता ने कहा कि हम विद्याॢथयों को ‘ग्रीन’ दिवाली मनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। गुडग़ांव के सूरज स्कूल ने विद्याॢथयों को करौंदा बांटना शुरू किया है। स्कूल की उप प्राचार्य कनिका घई ने बताया कि हम विद्याॢथयों को नियमित रूप से यह फल खाने को कह रहे हैं। निदेशालय के निदेशक संजय गोयल ने बताया कि हम ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान से निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे हैं।