Edited By Riya bawa,Updated: 24 Sep, 2019 11:19 AM
आईटीओ स्थित ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड ...
नई दिल्ली(अनामिका सिंह): आईटीओ स्थित ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया’ (आईसीएआई) के सामने सोमवार को सैंकड़ों छात्रों व शिक्षकों द्वारा जबर्दस्त नारेबाजी व धरना-प्रदर्शन किया गया। छात्रों का कहना था कि वो मई 2019 में हुए चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की परीक्षा में पास होने के बाद भी फेल कर दिए गए हैं। कुछ छात्रों ने आईसीएआई द्वारा जारी अपनी उत्तर पुस्तिका को प्रदर्शित करते हुए दिखाया कि वो पास ही नहीं टॉपर आने के बाद भी फेल हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों व शिक्षकों की मांग है कि उनकी उत्तर पुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन किया जाए। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों व शिक्षकों की बढ़ती भीड़ देखकर प्रशासन द्वारा पुलिस बल भी बुलाया गया।
मौके पर मौजूद सीए राजकुमार जो कि आईसीएआई के सदस्य व शिक्षक भी हैं, उनका कहना था कि पिछले कई सालों से छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं को ठीक से चैक नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से सीए परीक्षा पास करने के बाद भी छात्र को फेल कर दिया जा रहा है। हम पिछले कई सालों से इस बात को लेकर प्रशासन को आगाह करते आ रहे हैं, कई बार हमें आश्वासन दिया गया कि इस मामले को लेकर कमेटी बनाई जाएगी लेकिन ये दावे खोखले निकले जिसकी वजह से छात्रों के साथ शिक्षकों को भी प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतरना पड़ा है।
वास्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र में छात्र ने जो उत्तर दिया है वो ठीक होने के बाद भी गलत कर दिया गया है जबकि उसकी आंसर शीट खुद आईसीएआई दे रहा है। हमारी मांग है कि गलत चैकिंग की वजह से फेल हुए छात्रों को पास किया जाए और भविष्य में दोबारा ऐसा ना हो इसका वायदा किया गया। मालूम हो कि सीए की परीक्षा साल में दो बार करवाई जाती है पहली मई माह में व दूुसरी बार नवंबर माह में। इसी साल आयोजित मई माह की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर छात्रों का विरोध देखा जा रहा है।