Edited By Sonia Goswami,Updated: 30 Jan, 2019 09:34 AM
भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित स्कूलों को आईसीटी लैब से जोड़कर सुदूर गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
बीकानेरःभारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित स्कूलों को आईसीटी लैब से जोड़कर सुदूर गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 के तहत प्रस्तावित योजना एवं स्मार्ट ग्राम विकास योजना की अनुमोदन जिला स्तरीय कमेटी की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत-पाक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं को भी जिला मुख्यालय पर स्थित स्कूलों के समान कम्प्यूटर शिक्षा मिले इसके लिए इन क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के चिन्हीकरण कर इन स्कूलों में कम्प्यूटर लैब की स्थापना की जाए।
इस कार्य में डीएवीपी से 25 प्रतिशत राशि कम्प्यूटर तथा अन्य सुविधाओं को विकसित करने के लिए दी जाएगी तथा शेष राशि शिक्षा विभाग वहन करेगा। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र में रह रहे ऐसे बच्चे जो राजकीय विद्यालय में पढ़ रहे हैं और कम्प्यूटर में रुचि रखते है उन्हें यह सुविधा मिल जाने से स्थानीय लोगों को फायदा होगा।