Edited By Sonia Goswami,Updated: 27 Nov, 2018 10:32 AM
12वीं के बाद सभी का सपना होता है कि बाहर जाकर किसी कॉलेज या विदेश में पढ़ाई करें, लेकिन महंगी होती जा रही हायर एजुकेशन के लिए पैसों की कमी एक रुकावट है।
नई दिल्ली: 12वीं के बाद सभी का सपना होता है कि बाहर जाकर किसी कॉलेज या विदेश में पढ़ाई करें, लेकिन महंगी होती जा रही हायर एजुकेशन के लिए पैसों की कमी एक रुकावट है। हायर एजुकेशन के लिए लोन लेना कोई बुरी बात नहीं है। अधिक फीस आपके इरादों को नहीं रोक सकती इसलिए लोन लेकर आप अपने सपने पूरा कर सकते हैं। एजुकेशन लोन के लिए बैंको के कुछ नियम होते हैं,जिन्हे जानना जरूरी है।
अगर आप भी कुछ ऐसा ही सपना देख रहे हैं तो आपका सहारा बन सकता है एजुकेशन लोन। हालांकि एजुकेशन लोन पाना बहुत आसान भी नहीं है, लेकिन कुछ क्लॉज को क्लीयर कर आप भी एजुकेशन लोन पा सकते हैं। कुछ बैंक फोर फर्स्ट क्लास वालों को ही लोन देते हैं। कुछ बैंक किस कॉलेज में एडमिनशन लेना है उसे देखते हुए लोन देना या न देना तय करते हैं। कुल मिलाकर एजुकेशन हिस्ट्री और फ्यूचर सब कुछ देखने के बाद ही लोन एप्रूव होता है। आइए जानते हैं आसानी से लोन पाने के बारे में कुछ मुख्य बातें :
1.ज्यादातर बैंक सस्ते व आसान लोन का दावा करते हैं, लेकिन अगर आप एजुकेशन लोन चाहते हैं तो पहले इसके लिए होम वर्क जरूर करें। जैसे हर बैंक का इंटरेस्ट रेट जानें, किस बैंक में इंटरेस्ट रेट फिक्स्ड हैं, किस बैंक में रेट फ्लोटिंग हैं, लोन रीपेमेंट के रूल्स हैं। प्लानिंग से एजुकेशन लोन लेने पर कई फायदे हैं। पहले आपको आसानी से लोन मिल जाएगा और लोन वापस करना भी आसान होगा।
2. लोन की केपेसिटी आपके लिए कितनी है यह जानना भी जरूरी है। अलग-अलग बैंक अलग-अलग लोन का पैमाना रखें हैं। वैस अमूमन 4 लाख से साढे़ सात लाख रुपये तक एजुकेशन लोन मिल सकता है। वैसे ज्यादातर बैंक एजुकेशन लोन का इंटरेस्ट फ्लोटिंग ही रखते हैं। कुछ एक ने फिक्स्ड भी रखा है। इसे आपको अपने स्तर से पता लगाना होगा।
3. रीपेमेंट शेड्यूल को समझना भी बहुत जरूरी है। ज्यादातर बैंकों में रीपेमेंट टेन्योर 5 से 7 साल के बीच होता है। बहुत से बैंक में जॉब मिलने के 6 महीने बाद रीपेमेंट स्टार्ट करते हैं। कुछ में कोर्स पूरा होने के बाद होता है। ऐसे में आपको जॉब मिलने के बाद रीपेमेंट शेड्यूल वाले को प्रिफर करना चाहिए। प्रॉसेसिंग व अन्य चार्ज की बारिकियों को भी जान लें। लोन पर प्रोसेसिंग व कई अन्य तरह के चार्ज भी लगते हैं। जैसे लोन प्रोसेसिंग चार्ज, डॉक्यूमेंटेशन फीस, प्रीपेमेंट और प्री क्लोजर चार्ज। ये चार्ज देश या विदेश में एजुकेशन पाने के हिसाब से अलग अलग बैंकों में अलग-अलग होते हैं। इसलिए जरूरी है कि इन बातों को अच्छे से समझ लें।
4. समय को जरूर ध्यान रखें। लोन पास होने में समय लगता है लेकिन कितना समय लगेगा आपको बैंक से पता करना होगा। कहीं इंस्टीट्यूट द्वारा दिए गए समय से ज्यादा समय लोन मिलने में न लग जाए।