Edited By Surinder Kumar,Updated: 29 Feb, 2024 12:38 PM
दविंद्र भुट्टो ने कहा कि डेढ़ साल से उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी और न ही काम हो रहे थे। सरकार के पास पैसे नहीं हैं और खजाना खाली है। ऐसे में भाजपा के साथ जाने का फैसला लिया गया है।
ऊना (विशाल स्याल): हमने राज्यसभा वोट हिमाचली प्रत्याशी को डाली है न कि बाहरी व्यक्ति को। इसके लिए कोई व्हिप जारी नहीं था और उनकी सदस्यता गलत रद्द की गई है, जिसको अदालत में चुनौती दी जाएगी। यह बात पंजाब केसरी से विधानसभा की सदस्यता रद्द होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुटलैहड़ से कांग्रेस के विधायक रहे दविंद्र भुट्टो ने कही।
भुट्टो ने कहा कि डेढ़ साल से उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी और न ही काम हो रहे थे। सरकार के पास पैसे नहीं हैं और खजाना खाली है। ऐसे में भाजपा के साथ जाने का फैसला लिया गया है। भुट्टो ने कहा कि कुटलैहड़ के हित के लिए यह फैसला लिया गया है और वह जरूरत पडऩे पर भाजपा की टिकट से कुटलैहड़ से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ कई लोग आंदोलनरत्त है और कइ वर्गों की मांगे पूरी नहीं हो रही हैं।