Edited By Pardeep,Updated: 11 Dec, 2020 10:40 PM
चीन ने अपनी आक्रामकता दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। दक्षिण चीन सागर को लेकर दुनिया के कई देशों के साथ उसके संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। चीन के दावे को ये देश गलत करार देते हैं और उसे चुनौती भी देते रहते हैं। इसी कड़ी
पेइचिंगः चीन ने अपनी आक्रामकता दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। दक्षिण चीन सागर को लेकर दुनिया के कई देशों के साथ उसके संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। चीन के दावे को ये देश गलत करार देते हैं और उसे चुनौती भी देते रहते हैं। इसी कड़ी में जब दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के जहाज दाखिल हुए तो चीन के जंगी जहाजों ने 'लाइव-फायर' ड्रिल कर डाली।
दो जहाज आए
साउथ चाइना सी प्रोबिंग इनिशिएटिव (SCSPI) के मुताबिक अमेरिका के USS माकिन आइलैंड और USS सॉमरसेट इस क्षेत्र में दाखिल हो गए। SCSPI पेइचिंग आधारित थिंक टैंक है जो दक्षिणी चीन सागर में पश्चिमी सेना के मूवमेंट को ट्रैक करता है। समूह ने एक ग्राफिक तैयार किया है जिसके मुताबिक एक जहाज ताइवान के दक्षिण से आया और दूसरे फिलिपींस की ओर से।
मिसाइलें दागीं
इसके बाद चीन ने लाइन-फायर अभ्यास कर डाला। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ड्रिल का पहले से कोई प्लान नहीं था। इसमें लंबी-दूरी के हथियारों का इस्तेमाल किया गया। टाइप 056A Enshi, Yongzhou और Guangyuan छोटे जंगी जहाजों ने ऑपरेशन में हिस्सा लिया। चीनी सेना के js7tv के मुताबिक इस ऑपरेशन में डमी दुश्मन के जहाजों को उड़ाया गया और मिसाइल इंटरसेप्शन टेस्ट किए गए। इसके साथ वीडियो भी शेयर किया गया जिसमें चीनी जहाज आग के गोले उगल रहे थे।
चीन को चुनौती
अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देश दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे को नकारते रहे हैं। इसे साबित करने के लिए वे समय-समय पर यहां अपने जहाज भेजते रहते हैं। चीन इसे ताकत दिखाकर डराने की कार्रवाई बताता है। चीन के प्रॉपगैंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि चीन को अमेरिका का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।