लंदन: आजकल बाजारों में बहुत सारी एनर्जी ड्रिंक बड़ी आसानी से मिल जाती हैं और बच्चों में खासकर प्लेयर्स और स्टूडेंट्स में इन ड्रिंक्स के प्रति काफी उत्साह भी देखने को मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि एनर्जी ड्रिंक पीने से काम करने की क्षमता बढ़ जाती हैष यह सही भी हो सकता है, लेकिन एनर्जी ड्रिंक को लेकर एक हैरान करने वाली बात सामने आई है कि कम आयु में इसके इस्तेमाल से आप बीमार भी हो सकते हैं, बल्कि आप की मौत भी हो सकती है।
आपको बता दें कि ऐसा ही ताजा मामला ब्रिटेन में एक रग्बी खिलाड़ी जोशुआ मैरिक का सामने आया है। 19 वर्षीय बीते वर्ष जनवरी में मैरिक की मौत हो गई थी। मैरिक के पिता ने बताया कि वह रात को अपने कमरे में सोने के लिए गया था लेकिन वह सुबह उठा नहीं।
लेकिन मैरिक की मौत की जांच कर रही टीम ने हाल ही में बताया कि मैरिक को एक हाई कैफीन एनर्जी ड्रिंक लेने की लत थी और संभव है कि उसी के असर से उसकी मौत हो गई हो। मैरिक के शरीर की टॉक्सीकोलॉजी जांच करने वाले डॉक्टर ने भी इस बात की पुष्टि की है उसकी मौत का कारण एनर्जी ड्रिंक हो सकते हैं।
यह महज एक उदाहरण है, ब्रिटेन में आए दिन डॉक्टरों के पास ऐसे कई केस आ रहे हैं, जिनमें युवा सिरदर्द, पेट दर्द, नींद ना आना, बैचेनी और कई बार गंभीर परेशानियों के साथ आ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार, ऐसे युवाओं में अधिकतर हाई कैफिन एनर्जी ड्रिंक लेने के आदि होते हैं।
इंग्लैंड में एसोसिएशन ऑफ स्कूल एंड कॉलेज लीडर्स के जनरल सेक्रेटरी ब्रायन कहते हैं, 'स्कूल में ऐसे कई बच्चे आते हैं जो दिन की शुरुआत नाश्ता करने की बजाय एनर्जी ड्रिंक लेकर करते हैं। ऐसे बच्चों के व्यवहार में चिड़चिड़ापन साफ दिखाई देता है। यही नहीं, ऐसे बच्चे आम तौर पर एक जगह शांति से बैठना पसंद नहीं करते और किसी भी काम में ध्यान नहीं लगा पाते हैं।'
2011 में अमेरिका में एनर्जी ड्रिंक से संबंधित एक ऐसे ही सर्वेक्षण के अनुसार, अत्यधिक मात्रा में कैफीन लेने से दौरा पड़ने और सनक की समस्या के साथ ही मौत भी हो जाती है। आम तौर लोग इसे सॉफ्ट ड्रिंक की तरह मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं। हाई एनर्जी ड्रिंक के एक कैन में अमूमन 13 चम्मच चीनी और इसी के बराबर कैफीन की मात्रा दो कप कॉफी के अनुपात में होती है, यह मात्रा किसी भी युवा शरीर और दिमाग के लिए खतरा पैदा करने वाला हो सकता है। कम आयु में इसके सेवन में पाबंदी होनी चाहिए।
इन चार कारणों से होती हैं सर्वाधिक मौतें
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