फिर भूकंप के झटकों से कांपा नेपाल, मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,350 से ऊपर पहुंची

Edited By ,Updated: 28 Apr, 2015 01:37 PM

article

मंगलवार की सुबह नेपाल एक बार फिर कांप गया। कुदरत की महातबाही के 4 दिन के बाद भी आज नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं।

नई दिल्ली/काठमांडू: मंगलवार की सुबह नेपाल एक बार फिर कांप गया। कुदरत की महातबाही के 4 दिन के बाद भी आज नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। मंगलवार तड़के एक घंटे के अंदर भूकंप के दो-दो झटके महसूस किए गए। पहला झटका सुबह 4 बजकर 10 मिनट पर महसूस किया गया, जबकि दूसरा 5 बजकर 5 मिनट पर आया।

इस तरह से रह-रह कर आ रहे भूकंप के झटकों से नेपाल में उम्मीदें भी दम तोड़ रही हैं। लोगों को मलबा डरा रहा और उनमें दबे अपनों की तलाश भी है। अब तक नेपाल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,350 से ऊपर चली गई जबकि घायलों की संख्या 8,000 से अधिक है।काठमांडू में ही एक हजार से ज्यादा लोगों की सांसें थम गईं, जबकि 15 जगहों पर मलबों के नीचे से लोगों को निकालने का काम जारी है। मलबे से भी और लाशें निकलने की संभावना है। मरने वालों की गिनती कहां तक जाएगी, इसका अंदाजा किसी को नहीं है। वहीं नेपाल से तीन भारतीयों के शव एयर इंडिया के विमान से दिल्ली लाए गए हैं।
 

दवाओं की कमी
नेपाल में आए भूकंप के बाद वहां के लोगों को दवाओं और भोजन की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। भूंकप के बाद घायल हुए और बेघर हुए लोगों के लिए नेपाल में दवाइयों और भोजन कम पड़ रहे हैं। नेपाल ने भारत, चीन और अन्य देशों से अविलंब सहायता प्रदान करने का आग्रह किया है।
 

भारत का सहयोग

भूकंप से कुल 66 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। भारत में ही अब तक कुल 72 लोगों की जान जा चुकी है। सिर्फ बिहार में ही 57 लोगों की मौत हुई है। इस बीच नेपाल में राहत कार्यों के दौरान करीब तीन दिन बाद एक 54 साल की महिला को जिंदा बचा लिया गया है। अपने मित्र देश में राहत और बचाव के काम के लिए भारत ने पूरी ताकत झोंक दी है।

खुले में रात गुजार रहे लोग
नेपाल में कई हजार लोग ठंडे मौसम में पिछले दो दिनों से खुले में रात बिता रहे हैं और बुनियादी चीजों की मांग कर रहे हैं। नेपाल के मुख्य सचिव ने कहा, 'हम कठिन परिस्थितियों में रह रहे भूकंप पीड़ितों को पीने का पर्याप्त पानी, सूखा भोजन, चटाइयां और दवाएं वितरित कराने में समर्थ नहीं हैं।

काठमांडू एयरपोर्ट पर हजारों भारतीयों की भीड़
नेपाल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हजारों भारतीय इकट्ठे हो गए हैं। वे सभी दो दिन पहले आए भीषण भूकंप के बाद अपने घर जाने के लिए बेताब हैं और वतन वापसी के लिए प्रयास कर रहे हैं। नेपाल के लिए राहत सामग्री ले जा रहे विमान ने अभी तक 2,000 भीरतीयों को बाहर निकाल लिया है। निजी भारतीय विमानन कंपनियों ने भी नेपाल से लोगों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों से धैर्य बनाए रखने के लिए कहा है इसके अलावा दूतावास ने उन भारतीयों की आर्थिक सहायता करने का भी वायदा किया है जिनके पास धन नहीं बचा है।

मृतकों की तादाद बढ़कर 10 हजार तक पहुंच सकती है: कोईराला
 भूकंप से प्रभावित नेपाल में आज मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,350 से ऊपर चली गई जबकि घायलों की संख्या 8,000 से अधिक है। इस बीच नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने स्वीकार किया है कि राहत एवं बचाव अभियान प्रभावी साबित नहीं हुए हैं। कोइराला ने एक इंटरव्यू में कहा है कि नेपाल में आए भूकंप से मृतकों की तादाद बढ़कर 10 हजार तक पहुंच सकती है। सरकार पीड़ितों और घायलों को हरसंभव मदद की कोशिश कर रही है लेकिन हमारे सामने राहत कार्य अभियान को लेकर काफी दिक्कतें आ रही है। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!