Edited By ,Updated: 13 Dec, 2016 12:49 PM
ऑस्ट्रेलिया के एक थिंक टैंक का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया कौशल विकास सुधार के लिए भारत की मदद कर सकता है लेकिन ...
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के एक थिंक टैंक का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया कौशल विकास सुधार के लिए भारत की मदद कर सकता है लेकिन उसे मौजूदा प्रशिक्षण व्यवस्थाओं पर मूलभूत शोध करने की जरूरत है। इसके साथ ही उसे एेसी योजनाओं को भारत की दीर्घकालीन आर्थिक रणनीति के अनुरूप ढालना चाहिए। मेलबर्न के थिंक-टैंक ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट(ए.आई.आई.) ने कहा कि ‘स्किल इंडिया’ भारत सरकार की एक बड़ी नीतिगत पहल है, जिसके तहत वर्ष 2022 तक 40 करोड़ भारतीय कर्मियों को पेशेवर प्रशिक्षण देने की बात कही गई है।
ए.आई.आई. ने ‘स्थायी कौशल विकास’ विषय पर हाल ही में जारी एक शोधपत्र में कहा कि भारत में पेशेवर एवं शैक्षणिक प्रशिक्षण में ऑस्ट्रेलियाई निवेश अकसर विफल रहे और कुछ ही छात्र अब तक भारत में मौजूद ऑस्ट्रेलियाई पंजीकृत प्रशिक्षण संगठनों से स्नातक हो पाए हैं। रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलियन ट्रेडिंग कमीशन के हवाले से कहा गया कि भारत में काम करने की कोशिश करने वाली ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों को अपर्याप्त संरचनात्मक सहयोग, पुराना पाठ्यक्रम और उद्योग जगत की कम भागीदारी मिली।