Edited By Yaspal,Updated: 29 Nov, 2022 06:30 PM
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत करने पर अधिक ध्यान देने की योजना के तहत भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर अपने देश की प्रतिबद्धता को दोहराया है
इंटरनेशनल डेस्कः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत करने पर अधिक ध्यान देने की योजना के तहत भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर अपने देश की प्रतिबद्धता को दोहराया है। भारतीय मूल के नेता सुनक ने पिछले महीने प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद से मुख्य विदेश नीति के संबंध में सोमवार रात को पहली बार भाषण दिया और दुनिया भर में ‘‘स्वतंत्रता'' के ब्रितानी मूल्यों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता और अपनी विरासत पर बात की। उन्होंने इस दौरान चीन के संदर्भ में ‘‘चीजों को अलग तरह से करने'' का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि चीन ब्रिटेन के मूल्यों एवं हितों को ‘‘प्रणालीगत चुनौती'' दे रहा है।
सुनक ने कहा, ‘‘राजनीति में आने से पहले मैंने दुनियाभर के कारोबार में निवेश किया और हिंद-प्रशांत में अवसर काफी अच्छे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘2050 तक वैश्विक विकास में आधे से अधिक योगदान हिंद-प्रशांत का होगा, जबकि यूरोप और उत्तर अमेरिका का योगदान एक चौथाई ही होगा, इसीलिए हम सीपीटीपीपी (प्रशांत-पार साझेदारी के लिए वृहद और प्रगतिशील समझौते) में शामिल हो रहे हैं, भारत के साथ नया एफटीए कर रहे हैं और इंडोनेशिया के साथ भी हमारा एक समझौता है।''
भारत और ब्रिटेन ने एफटीए के लिए जनवरी में वार्ता शुरू की थी और दीपावली तक निष्कर्ष पर पहुंचने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कई मामलों पर आम सहमति नहीं बन पाने के कारण यह समय पर समाप्त नहीं हो सकी। एफटीए को लेकर वार्ता के दौरान व्यापार संबंधी बाधाओं को कम करने, करों में कटौती करने और एक दूसरे के बाजारों में सहज आयात और निर्यात के समर्थन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
सुनक ने कहा, ‘‘कई अन्य लोगों की तरह मेरे दादा-दादी, नाना-नानी पूर्वी अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप से ब्रिटेन आए और उन्होंने यहां अपना जीवन बनाया। हाल के वर्षों में, हमने हांगकांग, अफगानिस्तान और यूक्रेन से हजारों लोगों का स्वागत किया है। हमारा देश अपने मूल्यों के लिए खड़ा होता है और केवल कथनी से नहीं, बल्कि करनी से लोकतंत्र की रक्षा करता है।''