Edited By ,Updated: 27 Feb, 2017 01:16 PM
आतंकवाद पर पाकिस्तान का रुख कभी साफ नहीं रहा है। लेकिन अब इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ सकती है...
इस्लामाबाद: आतंकवाद पर पाकिस्तान का रुख कभी साफ नहीं रहा है। लेकिन अब इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ सकती है।
जानकारी मुताबिक, आतंकवाद की फंडिग पर नजर रखने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था द फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीफ) ने पाकिस्तान को एक नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में पाकिस्तान को ये साबित करने के लिए 3 महीने का समय दिया गया है कि उसने आतंकी संगठन जमात-उत-दावा और जैश-ए-मोहम्मद तथा उनके सहयोगी आतंकवादी संगठनों को आर्थिक मदद देने वाले रास्तों को बंद कर दिया है। बता दें कि इससे पहले अक्टूबर में हुई एफएटीएफ की बैठक के दौरान पाकिस्तान के उन दावों को खारिज कर दिया गया था जिसमें उसने कहा था कि उसने इन आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद पहुंचाने पर कड़ी कार्रवाई की है।
यह चेतावनी निश्चित तौर पर पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। पिछले हफ्ते पेरिस में हुए एफएटीएफ के एक सम्मेलन में अधिकतर देशों का विचार था कि पाकिस्तान को मिलने वाली अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय मदद पर रोक लगनी चाहिए। इस सम्मेलन में पाकिस्तान को 90 दिन का समय मांगने के लिए भी काफी संघर्ष करना पड़ा।
पाकिस्तान ने जनवरी में जमात-उत-दावा और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ की गई अपनी कार्रवाई का हवाला देते हुए यह जताने की कोशिश की कि वह कार्रवाई को लेकर वाकई में गंभीर है। इसी कार्रवाई का ही नतीजा है कि पिछले महीने 31 जनवरी को जमात-उत-दावा के सरगना हाफिज सईद को उसके घर में नजरबंद कर दिया गया था।