Edited By Tanuja,Updated: 09 Aug, 2018 01:22 PM
पाकिस्तान में राजनीतिक उठा-पटक का दौर तेेजी से जारी है। देश के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान की मुसीबते पद ग्रहण से पहले ही शुरू हो चुकी हैं। पाक की भ्रष्टाचार रोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आग्रह पर इमरान के करीबी...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में राजनीतिक उठा-पटक का दौर तेेजी से जारी है। देश के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान की मुसीबते पद ग्रहण से पहले ही शुरू हो चुकी हैं। पाक की भ्रष्टाचार रोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आग्रह पर इमरान के करीबी जुल्फिकार अब्बास बुखारी के विदेश जाने पर बुधवार को रोक लगा दी गई है। उनका नाम एक्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में डाल दिया गया। इस सूची में शामिल लोगों के विदेश जाने पर रोक रहती है। एनएबी विदेश में स्थित बुखारी की कंपनियों के मामले में जांच कर रहा है।
बुखारी नेशनल असेंबली की इस्लामाबाद सीट पर इमरान के चुनाव प्रभारी थे। इमरान ने इस सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी को हराया। एक्सप्रेस न्यूज के अनुसार, कैबिनेट समिति की मंजूरी के बाद बुखारी का नाम ईसीएल में शामिल किया गया। गत 7 जुलाई को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनका नाम काली सूची से हटाने का आदेश दिया था। इससे उनके विदेश जाने का रास्ता साफ हो गया था। लेकिन 15 जुलाई को हाई कोर्ट ने गृह मंत्रालय को एनएबी की उस अर्जी पर निर्णय लेने की अनुमति दे दी थी जिसमें बुखारी का नाम ईसीएल में डालने की मांग की गई थी