Edited By Anil dev,Updated: 07 May, 2021 12:32 PM
कोरोना की दूसरी लहर से दुनिया अभी निपट भी नहीं पाई है कि तीसरी लहर की आशंका ने देशों को अलर्ट कर दिया है। भारत सहित दुनिया के तमाम देश महामारी की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच कनाडा ने 12-15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक...
इंटरनेशनल डेस्क: कोरोना की दूसरी लहर से दुनिया अभी निपट भी नहीं पाई है कि तीसरी लहर की आशंका ने देशों को अलर्ट कर दिया है। भारत सहित दुनिया के तमाम देश महामारी की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच कनाडा ने 12-15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक की कोविड वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।
एक अधिकारी ने यह जानकारी नाम गुप्त रखने की शर्त पर दी क्योंकि वह आगामी घोषणा से पहले इसके बारे में बोलने के लिए अधिकृत नहीं था। उम्मीद है कि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अगले सप्ताह इस उम्र के किशोरों के लिए फाइजरके टीके को अधिकृत कर सकता है। अगले सेशन की शुरुआत से पहले यहां टीनएजर को टीका लगाया जा सकेगा। यह घोषणा ऐसे समय आई है जब एक महीने पहले ही कंपनी ने प्रयोग में पाया कि उसका टीका कम उम्र के बच्चों को भी सुरक्षा प्रदान करता है जो पहले से ही 16 साल और उससे अधिक उम्र के लिए अधिकृत है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा के स्वास्थ्य मंत्रालय में सीनियर एडवाइर, सुप्रिया शर्मा ने कहा, विभाग ने तय किया है कि ये वैक्सीन इस कम आयु वर्ग में उपयोग किए जाने के लिए सुरक्षित और प्रभावी है। कनाडा में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए ये पहली वैक्सीन है, जिसे मंजूरी दी गई है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा में कोविड के साढ़े 12 लाख केसों में से करीब 20 प्रतिशत मामले 19 साल से कम उम्र के लोगों में सामने आए हैं।
भारत में अभी चल रहा ट्रायल
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का कहना है कि बच्चों को लगाए जाने वाले टीके का प्रभाव एवं उसकी सुरक्षा जांचने के लिए अभी ट्रायल चल रहे हैं। भारत में पहली और दूसरी लहर के दौरान बच्चों भी कोरोना से संक्रमित मिले हैं लेकिन इनमें संक्रमण ज्यादा गंभीर रहा है। इस वर्ग में संक्रमण का हल्का लक्षण मिला है। भारत में जो अभी कोरोना के टीके उपलब्ध हैं उन्हें अभी बच्चों को नहीं दिया जा रहा है।