Edited By Anil dev,Updated: 03 Apr, 2021 12:17 PM
कोरोना को लेकर जहां तरह पूरी दुनिया में डर का माहौल है वहीं श्रीलंका में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े वरिष्ठ विशेषज्ञों ने चीन की कोरोना वैक्सीन सिनोफार्म का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। मीडिया से बातचीत के दौरान ओ-पेड में के. विक्रमसिंघे ने बताया...
इंटरनेशनल डेस्क: कोरोना को लेकर जहां तरह पूरी दुनिया में डर का माहौल है वहीं श्रीलंका में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े वरिष्ठ विशेषज्ञों ने चीन की कोरोना वैक्सीन सिनोफार्म का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। मीडिया से बातचीत के दौरान ओ-पेड में के. विक्रमसिंघे ने बताया कि सरकारी और निजी क्षेत्र के वरिष्ठ चिकित्सकों ने चीनी वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई है। यह खबर ऐसे समय में आई है, जब चीन की तरफ से दी गई सिनोफार्म वैक्सीन की एक खेप बुधवार को ही कोलंबो पहुंची है।
गौरतलब है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल में कहा था कि भारत ने सबसे पहले अपने पड़ोसी देशों को वैक्सीन देने के साथ वैक्सीन मैत्री पहल की शुरुआत की। मालदीव, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका और म्यांमार के साथ, मॉरीशस और सेशेल्स को वैक्सीन दी गई। उन्होंने कहा था कि इसके बाद विस्तारित पड़ोसी देशों और खाड़ी के देशों को टीके उपलब्ध कराये गए। अफ्रीकी क्षेत्रों से लेकर कैरिकॉम देशों तक वैक्सीन की आपूर्ति करने का उद्देश्य छोटे और अधिक कमजोर देशों की मदद करना था। उन्होंने कहा था कि हमारे उत्पादकों ने द्विपक्षीय रूप से या कोवैक्स पहल के माध्यम से अन्य देशों को वैक्सीन आपूर्ति करने के लिए अनुबंध भी किया है।